नई दिल्ली: लोकसभा में आज लगातार दूसरे दिन SIR समेत चुनाव सुधार पर चर्चा हो रही है। इससे पहले मंगलवार को राहुल गांधी ने सवाल पूछा था कि आखिर चुनाव आयुक्त की नियुक्ति वाली कमेटी से CJI को क्यों हटाया गया? राहुल गांधी के इस सवाल पर बीजेपी ने बड़ा प्रहार किया है। बीजेपी ने राहुल गांधी के झूठ को EXPOSE करते हुए पूछा है कि राहुल गांधी बताएं कि कांग्रेस सरकार के दौरान कब और किस चुनाव आयुक्त की नियुक्ति CJI और नेता प्रतिपक्ष वाली कमेटी के द्वारा किया गया है? बीजेपी ने राहुल गांधी पर अटैक करते हुए लिखा कि कांग्रेस सरकार के दौरान चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति सीधे प्रधानमंत्री करते रहे हैं। UPA के शासनकाल का जिक्र करते हुए बीजेपी ने लिखा कि क्या राहुल गांधी अपने यूपीए शासन को भूल गए हैं? कि 2005 में, सोनिया गांधी ने नवीन चावला को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया था? सोनिया गांधी के पास क्या अधिकार थे?
आइये जानते हैं कि राहुल गांधी ने क्या-क्या आरोप लगाए और उनके झूठ को बीजेपी ने कैसे एक्सपोज किया..
राहुल गांधी के आरोप
- चुनाव आयुक्त की नियुक्ति वाली कमिटी से CJI को क्यों हटाया गया ?
- RSS का प्रोजेक्ट देश की संस्थाओं पर क़ब्ज़ा करने का था। और मैंने बताया कि किस तरह शिक्षण संस्थाओं पर नियंत्रण किया जा रहा है। एक वाइस चांसलर के बाद दूसरे, फिर तीसरे की नियुक्ति मेरिट, क्षमता या साइंटिफिक टेंपर के बजाय इस आधार पर किया जा रहा है कि वो एक ख़ास संगठन से जुड़ा है।
- दूसरा कब्जा इंटेलिजेंस एजेंसियों का है, जिसके ज़रिए CBI, ED और इनकम टैक्स विभाग जैसी एजेंसियों पर क़ब्ज़ा किया जा रहा है।
- तीसरा क़ब्ज़ा इन्होंने चुनाव आयोग पर किया है, जो हमारे देश की चुनाव व्यवस्था को नियंत्रित करता है।
राहुल गांधी की क्या-क्या मांग ?
1. चुनाव से एक महीने पहले मशीन रीडेबल वोटर लिस्ट दी जाए
2.CCTV फुटेज डिस्ट्रॉय करने का नियम बदला जाए
3. चुनाव के बाद EVMदेखने के लिए दी जाए
बीजेपी का जवाब
- राहुल गांधी बताएं कांग्रेस सरकार के दौरान कब CJI वाली कमेटी ने चुनाव आयुक्त नियुक्त किया। कांग्रेस सरकार के दौरान चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति सीधे प्रधानमंत्री करते रहे हैं ।
- क्या राहुल गांधी कांग्रेस सरकार के दौरान किसी ऐसे चुनाव आयुक्त का नाम बता सकते हैं जिसे मुख्य न्यायाधीश या विपक्ष के नेता वाली समिति द्वारा चुना गया हो?
- एक संशोधन के माध्यम से राष्ट्रपति के सारे अधिकार को कांग्रेस ने खत्म कर दिया। रायबरेली के चुनाव के बाद जब कोर्ट का फैसला आया तो ऐसा सिचुएशन इस पार्टी ने पैदा किया कि तीन जज को बायपास करके ऐसे व्यक्ति को चीफ जस्टिस बना दिया जो साढ़े 8 साल तक इस पद पर रहा।
- यूपीएससी जैसी संस्था जहां आईएएस और आईपीएस जैसे अफसर निकलते हैं, उसकी हालत कांग्रेस ने ऐसी कर दी कि एक साधारण सा कांग्रेस का कार्यकर्ता बटुक सिंह 10 साल तक यूपीएससी का चेयरमैन रहा
- ये लोग सीबीआई की बात करते हैं।अश्विनी कुमार जो सोनिया गांधी और राहुल गांधी का सिक्योरिटी ऑफिसर था, उसे सीबीआई का डायरेक्टर बनाया गया। रंजीत सिन्हा जो कांग्रेस के अहमद पटेल के यहां रोज बैठते थे और जिनकी डायरी पकड़ाई उसे सीबीआई का डायरेक्टर बनाया गया।
- इस देश के पहले चुनाव कमिश्नर सुकुमार सेन जब रिटायर होते हैं तो राज्यपाल बना दिया जाता है। वीएस रमादेवी रियाटर होने पर हिमाचल का गवर्नर बना दी जाती हैं। टीएन शेषन को रिटायर होने के बाद अहमदाबाद में बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवार बना देते हैं। मदर टेरेसा के लिए जिसने किताब लिखा उस नवीन चावला को मुख्य चुनाव आयुक्त बना दिया। जब ऑफिस ऑफ प्रॉफिट में सोनिया गांधी फंस गई तो एमएस गिल ने उन्हें बचाया फिर रिटायर होने के बाद 10 साल तक कांग्रेस ने उन्हें मंत्री बनाकर रखा।