लोकसभा अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, कांग्रेस समेत लगभग सभी विपक्षी दलों के सदस्य आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे। वे अडाणी समूह को लेकर आई उक्त रिपोर्ट पर चर्चा कराने की और समूह की कारोबारी प्रक्रियाओं की जांच कराने की मांग कर रहे थे।
आम बजट- 2023 की सभी तैयारियां लगभग- लगभग पूरी हो चुकी हैं, वहीं इसे 1 फरवरी, 2023 को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जाना है। दूसरी ओर मोदी सरकार लोकसभा चुनाव- 2024 पहले अपना अंतिम पूर्ण बजट पेश करने जा रही है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में सुबह 11 बजे बजट भाषण पढना शुरू किया। डेढ़ घंटे लम्बे चले इस बजट भाषण में वित्त मंत्री ने कई नई योजनाओं की घोषणा की और पुरानी चली आ रही योजनाओं को पैसे देने का ऐलान किया।
Union Budget 2023: पिछले वित्त वर्ष के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) हेतु 48,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया था। सरकार ने यह योजना 2015 में शुरू की थी।
बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने युवाओं को ध्यान में रखते हुए कहा कि मोदी सरकार का मानना है कि किसी भी देश को विकसित बनाने में युवाओं का सबसे बड़ा हाथ होता है।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने बजट भाषण पढ़ने के दौरान कहा कि यह अमृतकाल का पहला बजट है और यह बजट देश के अंतिम व्यक्ति को फायदा पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि दुनिया ने भारतीय अर्थव्यवस्था की ताकत को माना है।
इस बार बजट में रेलवे के बुनयादी ढांचें को और भी ज्यादा मजबूत करने पर जोर दिया जायेगा। इसके साथ ही मेक इन इंडिया हाई स्पीड ट्रेनों और अधूरे पड़े प्रॉजेक्ट को पूरा करने पर जोर रहेगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे लोकसभा में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश करेंगी। बतौर वित्त मंत्री सीतारमण का यह 5वां बजट होगा। उम्मीद की जा रही है कि सरकार इस बजट में आम आदमी के लिए कई योजनाओं की घोषणा करेगी।
Uttar Pradesh Election 2024: यूपी की 80 लोकसभा सीटों के लिए बिसात बिछने लगी है. योगी आदित्यनाथ ने सनातन और राष्ट्रीय धर्म का मुद्दा उठा दिया है तो दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने अपनी जाति को शूद्र बताने का जुमला चुन लिया हैं.
पिछले कुछ सालों में बीजेपी और कांग्रेस के आपसी संबंध लगातार तल्ख होते जा रहे हैं। इस बीच मंगलवार को लोकसभा में प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का आमना-सामना हुआ।
केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि चीनी घुसपैठ से संबंधित मामलों पर संसद में चर्चा नहीं की जा सकती, क्योंकि यह मामला देश की सिक्योरिटी से जुड़ा हुआ है।
पिछले साल जुलाई माह में इसी सर्वेक्षण में मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने कुल 543 में से 326 लोकसभा सीटों पर शानदार जीत दर्ज की थी। इसका मतलब है कि सत्तारूढ़ सरकार को पिछली बार की तुलना में इस बार 28 सीटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
2024 Loksabha Election: प्रधानमंत्री ने आज पहली बार 350 सीट जीतने की बात की है। 2024 में 350 सीट जीतने का मतलब है करीब-करीब दो तिहाई बहुमत से चुनाव जीतना। मतलब देश की हर तीन में से दो सीट जीत लेना।
दिल्ली में भी मुसलमानों की एक कांफ्रेंस भी की जाएगी। इस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने का प्लान है। इसके साथ ही 1 और 2 फरवरी को रायपुर में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा की कार्यकारिणी बैठक है।
बीजेपी ने कहा है कि 2024 के लिए उनका लक्ष्य राज्य की सभी 80 सीटें जीतना होगा। वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बड़ा दावा कर दिया है जो कि अगर सच हुआ तो बीजेपी का 'टारगेट-80' फेल हो सकता है।
PM Modi और दूसरों में क्या अंतर है ये उनके दो दिन के कार्यक्रमों से पता चल जाएगा। कल पीएम ने बंजारा लोगों से बात की। फिर वो महाराष्ट्र में मेट्रो में बैठे जहां एक तरफ सीएम थे और दूसरी तरफ डिप्टी सीएम।आज प्रधानमंत्री ने 71 हजार लोगों को सरकारी नौकरी के APPOINTMENT लेटर दिए.
पीएम मोदी की पार्टी बीजेपी ने साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कितनी सीटों का टारगेट रखा है? क्या है गुजरात वाला फार्मूला जिसे मोदी की टीम देशभर में लागू करना चाहती है? देखिए पूरी रिपोर्ट...
प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार दो राष्ट्रीय कार्यकारिणियों में कार्यकर्ताओं से मुस्लिम समाज तक पहुंचने की बात कही. इस बार मोदी ने पसमांदा मुस्लिम और बोहरा मुस्लिम का खास तौर पर नाम लिया.
Assembly Election 2023: नरेंद्र मोदी का नहला..विपक्ष अभी से दहला ! | PM Modi | Lok Sabha Electionतीन स्टेट, तीन डेट और 24 का ओपन गेट. 2 मार्च से 24 की तरफ मार्च होगा है. वैसे तो त्रिपुरा, मेघालय, नगालैंड छोटे राज्य है लेकिन इनका मैसेज बहुत बडा़ है.
Kurukshetra: 2024 में मोदी का विजयपथ..विरोधियों का अग्निपथ ? | Lok Sabha Election 2024 | PM Modi आज देश पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गया है. अब से 2024 तक यही गहमागहमी दिखाई देगी सारी पार्टियां, सारे मोर्चे, एक लक्ष्य लेकर चल रहे हैं कि कैसे इस साल होने वाले 9 विधानसभा चुनाव जीते ?
संपादक की पसंद