संसद का विशेष सत्र समाप्त हो गया है और दोनों सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बताया है कि संसद का विशेष सत्र ऐतिहासिक रहा है।
दोनों सदनों में महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद लोकसभा और राज्यसभा का यह विशेष सत्र समाप्त हो गया। दोनों सदनों के प्रमुखों ने सदन के अनिश्चितकाल तक स्थगित होने का ऐलान किया। हालांकि पहले सदन आज तक चलना था, लेकिन इसे एक दिन पहले ही स्थगित कर दिया गया।
लोकसभा में ऐतिहासिक मतों के बाद पास होने के बाद महिला आरक्षण बिल राज्यसभा से भी ऐतिहासिक मतों से पास हो गया है। उच्च सदन से पास होनेके बाद अब इस बिल को राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा।
नारी शक्ति वंदन विधेयक राज्यसभा में सर्वसम्मति से पास हो गया। इस बिल के समर्थन में कुल 215 वोट पड़े जबकि विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा। इससे पहले बृहस्पतिवार को राज्यसभा में इसपर दिनभर चर्चा चली। पक्ष और विपक्ष के नेताओं अपनी-अपनी बात रखी।
महिला आरक्षण बिल पर पीएम मोदी ने कहा कि सभी साथियों ने सार्थक चर्चा की है. भविष्य में भी इस चर्चा का एक-एक शब्द हमारी यात्रा में काम आने वाला है. बिल का समर्थन करने के लिए सभी का आभार व्यक्त करता हूं.
राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा में प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बिल के पास होने से देश की नारी शक्ति को नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने सदन के सदस्योे से इस बिल को सर्वानुमति से पास करने का अनुरोध किया।
Muqabla: राज्यसभा में बिल को मिलेगी सर्वसम्मति?
Women Reservation Bill In Rajya Sabha: बस कुछ मिनट का इंतज़ार और है। बस कुछ घड़ियां और बची हैं। प्रधानमंत्री राज्यसभा पहुंचने वाले हैं। सारी बाधांए पार होने वाली हैं। सारी दिक्कतें दूर होने वाली हैं। मोदी ने जो सोचा था..वो बस होने ही वाला है।
लोकसभा ने बुधवार को ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ को मंजूरी दे दी जिसमें संसद के निचले सदन और राज्य विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीट महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है।
वहीं इससे पहले बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल) 454 वोटों के साथ पारित हुआ था। लोकसभा में असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज जलील ने बिल के खिलाफ वोट किया था।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर कहा कि इसका असर 2029 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पक्का काम करते हैं।
महिला आरक्षण बिल को लेकर कांग्रेस व अन्य विपक्षी पार्टियों सरकार को घेर रही हैं। इसी को लेकर आज बीजेपी सांसद ने कांग्रेस से सवाल पूछा है।
संसद के विशेष सत्र में केंद्र सरकार ने महिला आरक्षण बिल पेश किया जिसे नारी शक्ति नंदन अधिनियम नाम दिया गया है। लोकसभा में ये बिल पास हो गया है। हालांकि, इस बिल के पास होने के बाद भी महिलाओं को आरक्षण मिलने में कई बाधाएं हैं। आइए जानते हैं...
राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने इसे बीजेपी का चुनावी एजेंडा और झुनझुना करार दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस विधेयक के पीछे षड्यंत्र नजर आता है।
महिलाओं को लोकसभा और राज्यों की विधानसभा में 33 फीसदी आरक्षण देने वाला नारी शक्ति वंदन बिल लोकसभा में दो तिहाई बहुमत से पास हो चुका है और राज्यसभा में भी इसका सर्वसम्मति से पास होना तय है।
लोकसभा में बिहार की तीन महिला सांसद हैं, जो महज 7.5 फीसदी भागीदारी हैं। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में कुल 26 महिला विधायक चुनकर बिहार विधानसभा में पहुंची हैं, जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव में मात्र 28 महिलाएं ही विधानसभा पहुंची थीं।
आरसीबी की पुरुष टीम जहां 2008 से 2023 तक एक भी आईपीएल खिताब नहीं जीत पाई। वहीं महिला प्रीमियर लीग के पहले सीजन में आरसीबी की महिला टीम का भी लचर प्रदर्शन रहा था।
लोकसभा में महिला आरक्षण विल दो-तिहाई बहुमत से पास हो गया, लेकिन दो सांसदों ने विरोध में वोटिंग की। जानें कौन हैं वे सांसद-
आज देश में हर जगह महिला आरक्षण की बातें हो रही हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि सबसे पहले 1996 में एक महिला सांसद ने महिला आरक्षण को लेकर संसद में एक निजी विधेयक पेश किया था।
आज लोकसभा ने नारी शक्ति वंदन विधेयक पास कर दिया. लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को तैंतीस परशेंट रिजर्वेशन देने वाले बिल के पक्ष में 454 वोट पड़े, जबकि इसके खिलाफ सिर्फ दो सदस्यों ने वोट दिया.
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