दिल्ली को जुलाई के मध्य में अभूतपूर्व जलभराव और बाढ़ से जूझना पड़ा था। इतना ही नहीं, यमुना का जल 13 जुलाई को 208.66 मीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था।
दिल्ली में आज सुबह झमाझम बारिश हुई थी और आने वाले दिनों में भी बारिश के आसार बने हुए हैं।
यमुना नदी के बढ़े जलस्तर और पिछले दिनों हुई भयानक बारिश की वजह से दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। हालांकि अब यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आईटीओ पर बने यमुना नदी के बैराज के गेटों को लेकर कहा कि इस पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी NTPC के पास है।
दिल्ली में यमुना के जलस्तर में लगातार वृद्धि होती जा रही है जिससे आने वाले कुछ घंटों में कई और इलाकों पर बाढ़ की चपेट में आने का खतरा बढ़ गया है।
Delhi News: दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी तब दी जाती है, जब हरियाणा के यमुना नगर में हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने की दर एक लाख क्यूसेक के निशान को पार कर जाती है।
Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी 204.5 मीटर के साथ चेतावनी स्तर के करीब बह रही है। शनिवार सुबह तक नदी के 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार करने की आशंका है।
उत्तर भारत के सात राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और यूपी के कई शहरों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। बारिश का अलर्ट राजस्थान के लिए भी है जहां कई ज़िलों में बाढ़ के हालात बन गए है
भारी बारिश और हथनिकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जल स्तर ओल्ड रेलवे ब्रिज पर 203.37 मीटर पर दर्ज किया गया।’’
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है और यह यहां चेतावनी के निशान से नीचे बह रही है।
हरियाणा में स्थित हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और खतरे के निशान से 0.7 मीटर ऊपर हो गया है
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