उत्तर प्रदेश की सभी जेलों में सख्ती को बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। आपको बता दें कि ये आदेश नैनी सेंट्रल जेल में अतीक अहमद के बेटे अली के पास से कैश और प्रतिबंधित सामान मिलने के बाद जारी किया गया है। मंगलवार को डीआईजी जेल राजेश श्रीवास्तव ने नैनी सेंट्रल जेल में छापेमारी की थी और हाई सिक्योरिटी बैरक में अतीक के बेटे अली के पास से कैश और प्रतिबंधित सामान बरामद किया था।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, लखनऊ के कारागार प्रशासन मुख्यालय में स्क्रीन लगी है। यहां उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों के जेल मॉनिटर किये जाते हैं। मॉनिटरिंग के दौरान डीजी जेल पीसी मीणा ने देखा कि एक वकील जेल वार्डन को 1100 रुपये दे रहा है और वार्डन पैसे गिनकर अतीक अहमद के बेटे अली को दे रहा है। अली नैनी सेंट्रल जेल में हाई सिक्योरिटी सेल में बंद है। डीजी जेल पीसी मीणा ने DIG जेल को मामले की जांच करने भेजा तो मामला सही पाया गया। बता दें कि अली को सुरक्षा कारणों से जेल की हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया था।
मामले में क्या कार्रवाई हुई?
जेल में छापेमारी और जांच के दौरान लापरवाही सामने आने पर डीआईजी जेल ने कड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में डिप्टी जेलर और वार्डन को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही जेल अधिकारियों की मिलीभगत की भी गहन जांच की जा रही है। इसके अलावा सभी जेलों में लगे सीसीटीवी कैमरों को दुरुस्त करने के भी आदेश जारी हुए हैं।
क्यों जेल में है अली?
आपको बता दें कि अली, अतीक अहमद का दूसरा बेटा है। अली ने 2022 में कोर्ट मे सरेंडर किया था और तभी से जेल मे बंद हैं। जेल मे रहते हुए अली पर आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हुए थे। वर्तमान में उसके ऊपर 11 मुकदमे दर्ज हैं और खुलदाबाद थाने में अली की हिस्ट्री शीट भी खुली हैं। अली वकील उमेश पाल और उनके दो पुलिस गार्डों की हत्या के मामला में भी आरोपी है।
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