Saturday, April 20, 2024
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हांगकांग की राजनीति पर पकड़ मजबूत करने के लिए चीन ने उठाया यह कदम

चीन की संसद ने हांगकांग की राजनीति पर पकड़ मजबूत करने वाले प्रस्ताव पर गुरुवार को मुहर लगा दी। इस कदम के जरिये न सिर्फ हांगकांग की चुनाव व्यवस्था में बड़े पैमाने पर बदलाव किए गए हैं।

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: March 11, 2021 18:07 IST
China passes Hong Kong election law despite US warning- India TV Hindi
Image Source : PTI चीन की संसद ने हांगकांग की राजनीति पर पकड़ मजबूत करने वाले प्रस्ताव पर गुरुवार को मुहर लगा दी।

बीजिंग: चीन की संसद ने हांगकांग की राजनीति पर पकड़ मजबूत करने वाले प्रस्ताव पर गुरुवार को मुहर लगा दी। इस कदम के जरिये न सिर्फ हांगकांग की चुनाव व्यवस्था में बड़े पैमाने पर बदलाव किए गए हैं। नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) में इस बदलाव के पक्ष में 2,895 वोट डाले गए वहीं एक सदस्य ने इसमें हिस्सा नहीं लिया। किसी भी सदस्य ने विरोध में मतदान नहीं किया। यह मतदान उस बदलाव के समर्थन में किया गया है जो जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों की संख्या कम करते हुए बीजिंग समर्थित समिति को हांगकांग के और सांसदों को नियुक्त करने का अधिकार देगी। एनपीसी के सदस्यों की नियुक्ति पार्टी करती है और ये सदस्य पार्टी की योजनाओं को ध्वनिमत से अथवा बहुमत से पारित करते हैं।

मतदान की प्रक्रिया ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में हुई और इस दौरान राष्ट्रपति शी जिंनपिंग और पार्टी के अन्य नेता वहां माजूद थे। एनपीसी के पास वास्तव में कोई अधिकार नहीं होता लेकिन पार्टी इसकी संक्षिप्त सालाना बैठक का इस्तेमाल सरकार की योजनाओं और अहम निर्यणों को सार्वजनिक करने के लिए करती है। बृहस्पतिवार को ही एनपीसी ने सत्तारूढ़ दल के नए पंचवर्षीय विकास के मसौदे को भी मंजूरी दी। 

हांगकांग के संबंध में जो बदलाव किए गए हैं उनमें 1,500 सदस्यीय चुनाव समिति क्षेत्र के मुख्य कार्यकारी का और 90 सदस्यीय संसद के लिए अपेक्षाकृत बड़ी संख्या में सदस्यों का चुनाव करेगा। इससे पहले हांगकांग न्यूज ने अपनी एक खबर में कहा था कि चुनाव आयोग एक तिहाई सांसदों का चुनाव करेगा। एनपीसी की शासकीय स्थाई समिति के अध्यक्ष ली झानशू ने कहा,‘‘ सभी प्रतिनिधि राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास के हितों की रक्षा के लिए तथा हांगकांग में संवैधानिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए बदलावों पर राजी हो गए हैं।’’

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