Monday, April 29, 2024
Advertisement

अस्पतालों में सैनिटाइजर तक की कमी! पाकिस्तान में कोरोना से खुद जूझ रहे हैं डॉक्टर

डॉक्टरों की सुरक्षा के साथ समझौता किया जा रहा है, क्योंकि अस्पताल में सेवारत लगभग 800 मेडिकल स्टाफ के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (PPE) भी पर्याप्त तौर पर उपलब्ध नहीं हैं।

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: March 17, 2020 10:40 IST
Coronavirus in Pakistan, Coronavirus Pakistan, Coronavirus India, Coronavirus disease- India TV Hindi
अस्पताल के कुछ वार्डों में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए हाथ धोने के लिए सैनिटाइजर की भी कमी है। Pixabay Representational

इस्लामाबाद: कोरोना वायरस से विश्व के विभिन्न देश जूझ रहे हैं। इसके संक्रमण के फैलाव को रोकने व संक्रमित लोगों के इलाज के लिए तमाम देशों की ओर से हर संभाव प्रयास किए जा रहे हैं। मगर पाकिस्तान में संक्रमित लोगों को बचाने में जुटे डॉक्टर ही सुरक्षित नहीं हैं। यहां के एक बड़े नामी अस्पताल में कोरोना संक्रमित व्यक्ति के इलाज में जुटे दो डॉक्टरों को संसाधनों की कमी के कारण कोरोना के संदिग्ध के तौर पर आइसोलेशन (एकांतवास) में भर्ती करना पड़ा है।

बुनियादी संसाधन तक नहीं हैं उपलब्ध

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (PIMS) में बचाव के बुनियादी संसाधन तक उपलब्ध नहीं हैं, जिस वजह से यहां डॉक्टर भी सुरक्षित नहीं हैं। रविवार को कोरोना संक्रमण से ग्रसित व्यक्ति को वेंटिलेटर पर लेकर जाने वाले दो डॉक्टरों को ही एकांतवास में रखना पड़ा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि डॉक्टरों की सुरक्षा के साथ समझौता किया जा रहा है, क्योंकि अस्पताल में सेवारत लगभग 800 मेडिकल स्टाफ के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (PPE) भी पर्याप्त तौर पर उपलब्ध नहीं हैं।

अस्पतालों में सैनिटाइजर की कमी
डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल के कुछ वार्डों में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए हाथ धोने के लिए सैनिटाइजर की भी कमी है। यहां अमेरिका से लौटी एक महिला को शनिवार को वेंटिलेटर पर रखा गया था, क्योंकि उसकी स्थिति गंभीर हो गई थी। मगर संसाधनों की कमी का आलम ऐसा रहा कि महिला को वेंटिलेटर पर रखने वाले दो डॉक्टरों को भी वार्ड में अलग-थलग कर दिया गया, क्योंकि वे मरीज को वेंटिलेटर पर शिफ्ट करते समय पीपीई से लैस नहीं थे। एकांतवास में रखे गए डॉक्टरों में एक वरिष्ठ डॉक्टर शामिल हैं, जो आईसीयू में गंभीर रोगियों का इलाज करते हैं, जबकि दूसरा डॉक्टर मेडिकल यूनिट से है।

अस्पताल में वेंटिलेटर की भी कमी
अस्पताल में संक्रमण के बचाव के लिए जरूरी संसाधनों की कमी की पुष्टि PIMS के प्रवक्ता डॉ. वसीम ख्वाजा ने भी की है। ख्वाजा ने कहा कि संदिग्ध और पुष्टि किए गए रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है और अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में सुविधाएं कम हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में वेंटिलेटर की भी कमी है, जिससे कई मरीज इन पर शिफ्ट होने के लिए पहले से ही कतार में हैं। बता दें कि अभी तक पाकिस्तान में 180 से ज्यादा लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement