नई दिल्लीः यूनेस्को ने भारत के प्रमुख पर्व दीपावली को विश्व की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरों की सूची में शामिल किया है। इससे भारत का गौरव दुनिया में और बढ़ गया है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि दीपावली का यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल किया जाना इस त्योहार की अपार सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक महत्ता तथा लोगों को एकजुट करने में इसकी भूमिका की मान्यता है।
यूनेस्को ने दी मान्यता
दीपावली (दिवाली) को बुधवार को ही यूनेस्को की मानवता की प्रतिनिधि अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में जोड़ा गया, जिसके बाद इस प्रतिष्ठित सम्मान मिलने की खुशी में उत्सव मनाया जा रहा है। यह फैसला दिल्ली के लाल किले में हो रहे यूनेस्को के महत्वपूर्ण सम्मेलन में लिया गया। एक्स पर पोस्ट में जयशंकर ने लिखा, “खुशी है कि ‘दीपावली’ को यूनेस्को की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल किया गया। यह त्योहार की अपार सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक महत्ता तथा लोगों को एक साथ लाने में इसकी भूमिका की मान्यता है।”
यूनोस्को में भारत के कई अन्य त्योहार भी शामिल
यूनेस्को की सूची में शामिल हुई दीपावली भारत का कोई इकलौता त्योहार नहीं है, बल्कि इससे पहले भी कई त्योहारों को इस सूची में शामिल किया जा चुका है। अब दीपावली भारत का सोलहवां त्योहार है जो यूनेस्को की मानवता की प्रतिनिधि अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल किया गया है। इस सूची में इससे पहले के अन्य 15 त्योहारों और परंपराओं को शामिल किया जा चुका है। इनमें कुंभ मेला, कोलकाता की दुर्गा पूजा, गुजरात का गरबा नृत्य, योग, वैदिक जप की परंपरा और रामलीला – रामायण महाकाव्य का पारंपरिक नाट्य प्रदर्शन जैसे त्योहार और परंपराएं शामिल हैं। (पीटीआई)
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