Pakistan Journalist Murder: पाकिस्तान में लोगों की सुरक्षा का हाल बेहाल है। कभी अहमदियों को निशाना बनाया जाता है, कई हिंदुओं को टारगेट किया जाता है तो कभी ईसाइयों के चर्चों में आग लगा दी जाती है। ऑनर किलिंग के नाम पर महिलाओं का कत्ल तो यहां आम बात है। लेकिन, अब हालात ऐसे हो गए हैं कि कट्टरपंथी सरेआम पत्रकारों की हत्या कर दे रहे हैं। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है।
इम्तियाज मीर को मारी गई थी गोली
दरअसल, कराची में टेलीविजन चैनल पर इजरायल के समर्थन में टिप्पणी कर रहे एक पत्रकार की कट्टरपंथी इस्लामी समूह के कार्यकर्ताओं ने हत्या कर दी है। सिंध प्रांत के गृह मंत्री ने इस घटना के बारे में जानकारी दी है। कराची के मालिर इलाके में टेलीविजन चैनल कार्यालय से बाहर निकलते समय 21 सितंबर को पत्रकार एवं एंकर इम्तियाज मीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोप में संदिग्ध चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है।
आका के आदेश पर की हत्या
गृह मंत्री जियाउल हसन लंजहर ने दावा किया कि हत्यारे, पत्रकार मीर को इजरायल का कथित समर्थक मानते थे और इसी समर्थन वाली टिप्पणी के कारण उन्हें निशाना बनाया गया। सिंध पुलिस के महानिरीक्षक गुलाम नबी मेमन और शहर के पुलिस प्रमुख जावेद आलम ओधो ने मीडिया को बताया कि गिरफ्तार किए गए चार व्यक्तियों ने पाकिस्तान के बाहर स्थित अपने आका के आदेश पर हत्या करने की बात कबूल की है।
पड़ोसी देश से जुड़े तार
गुलाम नबी मेमन ने किसी देश का नाम लिए बिना कहा, ‘‘गिरफ्तार किए गए संदिग्ध शिक्षित व्यक्ति हैं और उनका सरगना एक पड़ोसी देश में रह रहा है।’’ गिरफ्तार किए गए संदिग्धों की पहचान अजलाल जैदी, शहाब असगर, अहसान अब्बास और फराज अहमद के रूप में हुई है। बताया जाता है कि वो ‘लश्कर सरुल्लाह’ से जुड़े हैं जो प्रतिबंधित जैनबियून ब्रिगेड का हिस्सा है। (भाषा)
यह भी पढें:
ये है सीजफायर का लेटेस्ट अपडेट, इधर हमास ने सौंपे बंधक के अवशेष उधर इजरायल ने 3 फिलिस्तीनी आतंकियों को किया ढेरपाकिस्तान के बलूचिस्तान में नहीं थम रहा हिंसा का दौर, फिर हुआ भीषण विस्फोट