मोकामा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतगणना पूरी हो गई है। बिहार की मोकामा सीट पर सभी की नजरें टिकी हुई थी। यहां पर मुख्य मुकाबला जेडीयू और राजद के बीच था। इसके अलावा जन सुराज पार्टी को भी प्रमुख दावेदार थी। मोकामा विधानसभा सीट से जेडीयू के टिकट पर बाहुबली नेता अनंत सिंह और आरजेडी से सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी चुनावी मैदान में थे। यहां मतदान से पहले दुलारचंद यादव की हत्या हुई थी। हत्या के आरोप में अनंत सिंह जेल जा चुके हैं। चुनाव के दौरान यह सीट सबसे ज्यादा चर्चा में रही थी। अब खबर आ रही है कि इस सीट पर अनंत सिंह की जीत हो गई है। अनंत सिंह को कुल 91416 वोट मिले और उन्होंने 28206 वोट से जीत हासिल की। वीणा देवी को 63210 वोट मिले।
मोकामा का सियासी समीकरण?
मोकामा सीट अपनी ऐतिहासिक और राजनीतिक पृष्ठभूमि के साथ-साथ बाहुबलियों के प्रभाव के लिए जानी जाती है। बाहुबली नेता अनंत सिंह यहां से कई बार विधायक रह चुके हैं। जातीय समीकरण और बाहुबली प्रभाव इस क्षेत्र की राजनीति को आकार देते हैं। मोकामा विधानसभा क्षेत्र ग्रामीण और अर्ध-शहरी मतदाताओं का मिश्रण है, जहां भूमिहार, यादव, और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) मतदाता प्रमुख हैं। इसके अलावा, दलित और मुस्लिम मतदाताओं की भी उल्लेखनीय संख्या है। इस सीट का इतिहास जातिगत वर्चस्व और बाहुबलियों के प्रभाव से भरा रहा है। 1951 में अस्तित्व में आई यह सीट शुरुआती दशकों में कांग्रेस का गढ़ रही है, लेकिन 1990 के दशक से बाहुबलियों का दबदबा बढ़ गया।
पिछले चुनावों में क्या रहा समीकरण?
मोकामा सीट पर 2022 में उपचुनाव हुआ था। अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने आरजेडी के टिकट से चुनाव लड़ा था और जीत भी दर्ज की थी। नीलम देवी ने बीजेपी की सोनम देवी को 16741 वोटों से हराया था। 2020 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से बाहुबली नेता अनंत कुमार सिंह ने आरजेडी से जीत दर्ज की थी। अनंत सिंह ने जेडीयू के उम्मीदवार राजीव लोचन नारायण सिंह को 35,757 वोटों से हराया था। 2015 के विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प हुआ था। बाहुबली नेता अनंत सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। अनंत कुमार सिंह निर्दलीय चुनाव लड़कर 54,005 वोट हासिल किए थे। इन्होंने जेडीयू उम्मीदवार नीरज कुमार को हराया था।