Fact Check: इन दिनों सोशल मीडिया पर किसी भी बात को गलत दावे के साथ पेश करना बहुत ही आसान है। हालांकि इसका बहुत ज्यादा नुकसान भी होता है और ये खतरनाक है। फेक खबरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो जाती हैं। इन्हीं फेक न्यूज से आपको सावधान करने के लिए हम लेकर आते हैं India TV फैक्ट चेक। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक पोस्ट काफी तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि 'नेपाल में हिंदू संगठनों ने हरे झंडे निकालकर भगवा झंडे लगाने शुरू कर दिए हैं।'
क्या हो रहा है वायरल?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि 'नेपाल में हिंदू संगठनों ने हरे झंडे निकालकर भगवा झंडे लगाने शुरू कर दिए हैं।' सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक यूजर ने अपनी पोस्ट में यह दावा किया है। इसके साथ ही यूजर ने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में कुछ लोगों को हरे झंडे हटाकर भगवा झंडे लगाते हुए देखा जा सकता है।

फैक्ट चेक
चूंकि सोशल मीडिया पर यह पोस्ट काफी तेजी से वायरल हो रही थी, इसलिए हमने दावे की जांच करने का फैसला किया। वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने की-फ्रेम के जरिए गूगल रिवर्स इमेज सर्च के जरिए वीडियो को खंगाला। पड़ताल में यह वीडियो ‘आज तक’ के यूट्यूब चैनल पर पाया गया। वीडियो के अनुसार, कर्नाटक के मांड्या जिले के मंडूर शहर में 7 सितंबर की रात गणेश विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक तनाव भड़क गया। हिंदू पक्ष का आरोप था कि जुलूस के दौरान सामने वाली मस्जिद से पथराव हुआ, जिससे दोनों समुदायों में झड़पें शुरू हो गईं। इस घटना के विरोध में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया, जिसमें एक प्रदर्शनकारी ने हरे झंडे को हटाकर भगवा झंडा लगा दिया।

फैक्ट चेक में क्या निकला?
India TV की ओर से किए गए फैक्ट चेक में सामने आया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट के साथ किया जा रहा दावा गलत है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट को नेपाल से जोड़कर वायरल किया जा रहा था, जबकि यह वीडियो कर्नाटक के मांड्या जिले का है। ऐसे में इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में वायरल हो रहा दावा गलत निकला। सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ इस पोस्ट को वायरल किया जा रहा था, इसलिए लोगों को ऐसी किसी भी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है। India TV के फैक्ट चेक में वायरल हो रही इस पोस्ट का दावा झूठा निकला।