
डायबिटीज ऐसी बीमारी है जो शरीर के सारे अंगों पर अटैक करती है। अगर आप मधुमेह से पीड़ित हैं, तो हाई ब्लड शुगर लेवल आपकी आंखों, किडनी और हार्ट को प्रभावित कर सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज के मरीज के पैर भी खतरे की जद में हो सकते हैं। डायबिटीज में पैर की समस्याएं काफी होती हैं। इसे डायबिटिक फुट कहा जाता है। अगर समय रहते इन पर गौर न किया जाए तो पैरों में अल्सर भी बन सकता है। इसलिए इन लक्षणों को भूलकर भी नजरअंदाज न करें।
दरअसल समय के साथ हाई ब्लड शुगर नसों को नुकसान पहुंचा सकता है। इस कंडीशन को डायबिटीज न्यूरोपैथी के रूप में जाना जाता है। इसमें पैरों में खून का संचार कम हो जाता है। जिससे दर्द महसूस करने और चोट का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। कई बार घाव गंभीर इंफेक्शन का कारण बन जाते हैं। जिन्हें ठीक होने में लंबा वक्त लग सकता है।
डायबिटिक फुट के लक्षण
- आपके पैरों या पैर की उंगलियों में झुनझुनी और सुन्नता
- पैरों में जलन या तेज दर्द होना
- घाव या छाले हों जो जल्दी ठीक न हों
- कहीं चोट, कट लग जाए
- पैरों के आसपास रेडनेस और सूजन
- फटी एड़ियां या सूखी त्वचा और खून आना
- स्किन पर काले नीले धब्बे दिखना
- घाव से बदबू आना और स्राव आना
- पैर में किसी तरह की विकृति आना
डायबिटिक फुट से कैसे बचें
अपने पैरों को साफ और सूखा रखें। हमेशा नाखूनों को काटकर और साफ रखें। पैरों को रोजाना चेक करें कही कोई दाना, कट या रेडनेस तो नहीं आई है। पैरों को गुनगुने पानी से धोएं और उंगलियों के बीच वाली जगह को सूखा रखें। आरामदायक जूते पहनें जिससे परेशानी न हो। स्मोकिंग न करें और नंगे पैर न घूमें। इसके अलावा शुगर को कंट्रोल रखें और नियमित रूप से अपनी शुगर की जांच करते रहें।
Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।)