तिरुवनंतपुरम: केरल में रविवार को कोरोना वायरस के 4,070 नए मरीजों की पुष्टि हुई और कोविड-19 संक्रमण के कारण 15 लोगो ने दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने बताया कि राज्य में वायरस के अब तक 10,35,006 मामले हो चुके हैं जबकि मृतक संख्या 4089 पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 57,241 नमूनों की जांच की गई है। नमूनों के संक्रमित पाए जाने की दर 7.11 प्रतिशत है।
मंत्री ने विज्ञप्ति में बताया कि आज संक्रमित पाए गए लोगों में से 68 राज्य के बाहर से आए हैं जबकि 3704 लोगों को संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमण लगा है। 269 लोगों को कहां से संक्रमण लगा है, इसका पता लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 29 स्वास्थ्य कर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं। इस बीच 4335 मरीजों ने रविवार को संक्रमण को मात दे दी। राज्य में संक्रमण मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 9,71,975 पहुंच गई है। फिलहाल, राज्य में 58,313 लोग संक्रमण का इलाज करा रहे हैं।
केरल ने केंद्र से कोरोना टीके की अधिक खुराक देने का आग्रह किया
केरल सरकार ने केंद्र सरकार से राज्य को कोविड-19 टीके की अधिक खुराक देने का आग्रह किया है और ऐसे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए फिर से पंजीकरण कराने की अनुमति मांगी है, जो अब तक किसी कारणवश टीका नहीं लगवा सके हैं। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को इस संबंध में एक पत्र लिखा है।
उन्होंने पत्र में कहा कि दक्षिणी राज्य में अधिकांश स्वास्थ्य कर्मियों ने तय समय में पंजीकरण करा लिए थे, लेकिन कुछ कर्मी इसमें विफल रहे। ऐसे कर्मियों को फिर से पंजीकरण करने का मौका दिया जाना चाहिए। मंत्री ने कहा कि 50 वर्ष से अधिक आयु के तीसरे प्राथमिकता समूह के टीकाकरण के लिए टीके की अधिक खुराक प्रदान की जानी चाहिए।
यह रेखांकित करते हुए कि देश में केरल में सबसे अधिक बुजुर्ग आबादी है, शैलजा ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय तीसरी प्राथमिकता समूह के पंजीकरण और टीकाकरण पर तत्काल दिशानिर्देश जारी करें और उनके लिए टीके की और खुराक प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 3,36,327 स्वास्थ्य कर्मियों और 57,658 अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक मिली है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, 23,707 स्वास्थ्य कर्मचारियों को दूसरी खुराक भी दी गई है।