नई दिल्ली: JNU के मुद्दे पर भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने आज कहा कि राष्ट्रवाद अब केवल इससे तय किया जाता है कोई व्यक्ति भारत माता की जय कहता है या नही। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लोगों जो सही लगता है उसे चुनने का अधिकार होना चाहिए और दूसरों के विचारों को सहन किया जाना चाहिए।
थरूर ने कहा, आजकल राष्ट्रवाद इससे तय होता है कि कोई व्यक्ति भारत माता की जय कहता है कि नही। मुझे यह कहने में खुशी है, लेकिन क्या हमें सभी को ऐसा कहने के लिए मजबूर करना चाहिए।
ओवैसी ने हाल में किसी सूरत में 'भारत माता की जय' न बोलने का ऐलान कर देश में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि वह भारत माता की जय नहीं बोलेंगे। ओवैसी ने यह बयान ऐसे समय दिया है जब RSS प्रमुख मोहन भागवत ने एक टिप्पणी में सुझाव दिया कि नई पीढी को भारत माता की जय के नारे लगाना सिखाया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि 3 मार्च को मोहन भागवत ने कहा था कि नई पीढी को भारत माता की जय के नारे लगाना सिखाया जाना चाहिए। यह बयान जेएनयू परिसर में कथित रूप से भारत विरोधी नारेबाजी से पैदा विवाद के बीच दिया गया था।