Monday, May 27, 2024
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लोकसभा चुनाव 2024: सीवान और मुंगेर के चुनावी मैदान में बाहुबलियों की पत्नियां, क्या जनता देगी आशीर्वाद?

बिहार के सीवान में राजद के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब और मुंगेर में गैंगस्टर अशोक महतो की पत्नी अनीता देवी चुनाव लड़ रही हैं। दोनों जगहों पर मुकाबला बड़ा रोचक हो गया है।

Written By: Rituraj Tripathi @riturajfbd
Published on: May 08, 2024 8:19 IST
Siwan, Munger- India TV Hindi
Image Source : FILE हिना शहाब और अनीता देवी

पटना: देश में तीसरे चरण के लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है। इस चुनाव में कुछ सीटें काफी चर्चा में हैं, जिसमें बिहार की सीवान और मुंगेर लोकसभा सीट भी हैं। यहां से बीते जमाने के बाहुबलियों की पत्नियों की लड़ाई है, जो अपने पतियों के नाम पर चुनाव लड़ रही हैं।

सीवान का क्या मामला है?

सीवान में, राजद के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने 30 अप्रैल को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया, जिससे जदयू और राजद के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। 

शहाबुद्दीन को सीवान के साहेब के नाम से जाना जाता था और वह इस सीट से चार बार सांसद रहे थे। कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद, गैंगस्टर ने अपनी पत्नी हिना को राजद के टिकट पर सीवान से तीन बार लोकसभा उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा था। लेकिन वह तीनों चुनाव हार गईं।

2021 में शहाबुद्दीन की कोविड से मौत के बाद लालू यादव परिवार ने शहाबुद्दीन की पत्नी से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। हिना पहले भी कई बार ये आरोप लगा चुकी हैं। लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें राजद द्वारा मनाने की कोशिश की गई थी, लेकिन जिद पर अड़ी हिना ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया। वहीं AIMIM ने उन्हें समर्थन देने का ऐलान किया है।

सीवान में जेडीयू ने बाहुबली अजय सिंह की पत्नी और मौजूदा सांसद कविता सिंह की जगह विजयलक्ष्मी कुशवाहा को टिकट दिया है। विजयलक्ष्मी जदयू के पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी हैं। राजद ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा है। हिना शहाब के प्रवेश से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है, जिससे जदयू और राजद उम्मीदवार किनारे पर हैं।

मुंगेर का क्या हाल है?

मुंगेर में गैंगस्टर अशोक महतो को 17 साल बाद पिछले साल नवंबर में भागलपुर सेंट्रल जेल से रिहा किया गया था। उन्होंने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से टिकट की मांग की थी। यादव ने उनसे कहा कि वह शादी कर लें और वह उनकी पत्नी को टिकट देंगे। दो दिनों के भीतर, महतो (62) की शादी हो गई और उनकी पत्नी अनीता देवी अब राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। अनीता देवी तो सिर्फ उम्मीदवार हैं, क्योंकि असली लड़ाई तो अशोक महतो लड़ रहे हैं।

मुंगेर जदयू नेता ललन सिंह का गढ़ है, जो पहले भी दो बार (2009 और 2019 में) इस सीट से जीत चुके हैं। 2019 में, राजद ने अपने गठबंधन के दौरान यह सीट कांग्रेस को दे दी थी और पार्टी ने एक अन्य गैंगस्टर और मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को मैदान में उतारा था। वह ललन सिंह से एक लाख से ज्यादा वोटों से हार गईं। अनंत सिंह दोषी पाए गए और 2022 में विधानसभा की सदस्यता खो दी। उपचुनाव में, राजद ने नीलम देवी को मोकामा से मैदान में उतारा और उन्होंने भाजपा को हराकर जीत हासिल की।

अनंत सिंह जेल में थे और इस साल फरवरी में बिहार विधानसभा में विश्वास मत के दौरान नीलम देवी ने एनडीए के प्रति अपनी निष्ठा बदल दी। नीलम देवी क्षेत्र में ललन सिंह के लिए प्रचार कर रही हैं। दो दिन पहले अनंत सिंह को पारिवारिक संपत्ति विवाद निपटाने के लिए 15 दिन की पैरोल पर रिहा किया गया था। हालांकि, विधानसभा क्षेत्र के लोगों का मानना ​​है कि ललन सिंह की मदद के लिए ऐसा किया गया है। रिहाई के बाद अनंत सिंह ने एक बयान में कहा कि ललन सिंह पांच लाख वोटों से चुनाव जीतेंगे। वह एक लंबे काफिले के साथ जेल परिसर से निकले और सीधे मुंगेर निर्वाचन क्षेत्र से होकर गुजरे और अपने घर पहुंचने से पहले समर्थकों ने उनका स्वागत किया।

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