Friday, April 26, 2024
Advertisement

शिरडी विवाद: आज से खुलेगा शिरडी, मंदिर ट्रस्ट सहित स्थानीय सांसद विधायकों से चर्चा करेंगे सीएम ठाकरे

महाराष्ट्र के शिरडी में सांई बाबा के जन्मस्थान के विवाद को लेकर जारी विवाद फिलहाल जारी है

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: January 20, 2020 8:01 IST
Shirdi - India TV Hindi
Image Source : Shirdi 

महाराष्ट्र के शिरडी में सांई बाबा के जन्मस्थान के विवाद को लेकर जारी विवाद फिलहाल जारी है, हालांकि सीएम की अपील के बाद सोमवार को शिरडी के बाजार एक बार फिर खुल रहे हैं, लेकिन अभी भी सांई भक्तों के बीच तनाव है। इस बीच आज सीएम उद्धव ठाकरे विवाद सुलझाने के लिए आज शिरडी मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों, स्थानीय सांसद और विधायक के साथ चर्चा करेंगे।  

बता दें कि ग्रामसभा ने सीएम उद्धव ठाकरे की अपील के बाद अनिश्चितकालीन बंद को वापस ले लिया है। इसके साथ ही कल के विरोध प्रदर्शन के बाद आज एक बार फिर से शिरडी के बाजार खुल गए हैं। आज शिरडी विवाद पर अहम बैठक है। इस बैठक में सीएम उद्धव के साथ-साथ शिरडी और पाथरी ग्रामसभा के सदस्य और स्थानीय सांसद और विधायक भी शामिल होंगे। ग्रामसभा में रविवार रात 12 बजे के बाद अनिचितकालीन बंद को रद्द करने का फैसला लिया। 

2 बजे उद्धव ठाकरे से मीटिंग 

विवाद से छूटकारा के लिए आज दोपहर 2 बजे उद्धव ठाकरे ने ये मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में शिरडी और पाथरी ग्रामसभा के सदस्य, शिरडी साईबाबा मंदिर ट्रस्ट के सीईओ, स्थानीय सांसद सदाशिव लोखंडे और विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल  शामिल होंगे। लेकिन ये कोशिश कितना कामयाब होगा वो तो मीटिंग के बाद ही साफ हो पाएगा। 

फूलों की दुकान से लेकर होटल रहे बंद 

ये विवाद शिरडी वाले साईं बाबा के इतिहास का ये सबसे बड़ा विवाद बन चुका है। कल जिस तरह से उद्धव के बयान का विरोध किया गया। उससे साफ है कि बात आसानी से बनेगी नहीं। ऐसा पहली बार हुआ कि शिरडी की एक-एक दुकान बंद रही। हर होटल पर ताला लटका रहा। शिरडी के चालीस गांवों की जनता, अपने सूबे की सरकार के ख़िलाफ़ सड़क पर उतर गई। देखते ही देखते शिरडी का शटर डाउन हो गया। 

विवाद क्या है?

महाराष्ट्र की नई सरकार ने पाथरी को साईं की जन्मभूमि बताते हुए उस के विकास के लिए 100 करोड़ का फंड जारी किया है। इस का मक़सद पाथरी को आधुनिक तीर्थस्थल के रूप में विकसित करना है। पाथरी के लिए फंड जारी होने से ही ये विवाद और बढ़ गया है। मुख्यमंत्री की तरफ से फंड का ऐलान होने के बाद ये माना जा रहा है कि महाराष्ट्र सरकार ने प्रामाणिक तौर पर परभणी जिले में मौजूद पाथरी को साईं की जन्मभूमि मान लिया है। इस मंदिर में साईं से संबंधित कई चीजें रखी हुई हैं. अनाज पीसने की चक्की, पत्थर के खल-मूसल के अलावा कांसे के फूलदान और बर्तन रखे हैं। मंदिर की दीवार पर जगह-जगह साईं बाबा के बारे में जानकारी दी गई हैं। 

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News News in Hindi के लिए क्लिक करें महाराष्ट्र सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement