मणिपुर पुलिस ने नकली सोना रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने बताया कि अंतरराज्यीय सोना जालसाजी नेटवर्क से जुड़े होने के संदेह में तीन लोगों को रविवार को मणिपुर के काकचिंग जिले के हंगून क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
तीनों गिरफ्तार संदिग्धों की हुई पहचान
पुलिस अधिकारी ने तीनों पकड़े गए संदिग्धों की जानकारी दी है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि महाराष्ट्र के बेलावडे गांव के शिवाजी गायकवाड़ (39), महाराष्ट्र के मोही गांव के जलिंदर शामराव जाधव (42) और पश्चिम बंगाल के हावड़ा के रामदास तानाजी खंडारे (37) को गिरफ्तार किया गया है।
नकली सोना में लगाया फर्जी ट्रेडमार्क
इन तीनों लोगों ने अशुद्ध सामग्री का उपयोग करके नकली सोने की छड़ें बनाईं और उन्हें असली के रूप में बेचने के लिए उन पर फर्जी ट्रेडमार्क की मुहर लगा दी। मणिपुर पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार, पुलिस ने तीनों के पास से अवैध कार्य में प्रयुक्त उपकरणों का एक बड़ा जखीरा जब्त किया है।
कार्बन रॉड और नाइट्रिक एसिड की बोतलें भी बरामद
इसमें एक हाइड्रोलिक मशीन, एक पिघलाने वाली मशीन, 94 ग्रेफाइट क्रूसिबल, चिमटे, कार्बन रॉड, नाइट्रिक एसिड की बोतलें, एक हाइड्रोलिक पावर पैक, कार्बन रॉड होल्डर और एक डिजिटल क्लैंप मीटर शामिल हैं।
पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
पुलिस ने कहा कि नकली सोने की छड़ें बनाने में सक्षम विशेष मशीनरी, जनता के विश्वास और बाजार की अखंडता के लिए खतरा पैदा करती है। मणिपुर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'अपराध की अंतरराज्यीय प्रकृति ने ऐसे धोखाधड़ी नेटवर्क की पहुंच और परिष्कार के बारे में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच चिंताएं बढ़ा दी हैं। हमें कई राज्यों में और भी लोगों के शामिल होने का संदेह है और हमने आपूर्ति श्रृंखला और संगठित वित्तीय अपराध सिंडिकेट के संभावित लिंक को ट्रैक करने के लिए आगे की जांच शुरू कर दी है।
दूसरे राज्यों में भी पुलिस करेगी पूछताछ
रविवार को हुई गिरफ़्तारियां नकली सोना बेचने वाले एक संगठित अंतरराज्यीय गिरोह को ध्वस्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस अधिकारी ने कहा, 'नकली सोना बनाने वाले नेटवर्क का पता लगाने और सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए अन्य राज्यों में भी इनसे जुड़े लोगों से पूछताछ की जाएगी।'