दिसंबर डिलीवरी के लिए सोने और चांदी की कीमत में उछाल देखा जा रहा है। जानकारों का कहना है कि सोने की कीमतों में आगे भी काफी उतार-चढ़ाव के दौर आ सकते हैं।
आरबीआई के नीतिगत दर में कटौती, बेहतर नकदी और बैंकों के विनियमन में ढील और आय में सुधार जैसी आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने वाली नीतियों के कारण अनुमान को बढ़ाया गया है।
सोमवार को हाजिर सोना 83.12 डॉलर या 2.08 प्रतिशत बढ़कर 4,082.84 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि हाजिर चांदी 3.30 प्रतिशत बढ़कर 49.93 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
अक्टूबर में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद सोने की कीमतों में उल्लेखनीय सुधार देखा गया। निकट भविष्य में सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। विशेषज्ञ गिरावट पर इन्हें खरीदने की सलाह दे रहे हैं।
सोना और चांदी दोनों ही सुरक्षित निवेश के विकल्प हैं। हालांकि, चांदी की औद्योगिक मांग भी बहुत ज्यादा है और सोना, चांदी की तुलना में कम अस्थिरता के साथ बेहतर पूंजी संरक्षण प्रदान करता है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर दिसंबर डिलिवरी वाले सोने का वायदा भाव पिछले सप्ताह 165 रुपये या 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ शुक्रवार को 1,21,067 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
सेबी ने कहा कि ऐसे डिजिटल गोल्ड प्रोडक्ट सेबी-रेगुलेटेड गोल्ड प्रोडक्ट्स से अलग हैं, क्योंकि इन्हें न तो सिक्यॉरिटी के रूप में नोटिफाई किया गया है और न ही कमोडिटी डेरिवेटिव के रूप में रेगुलेट किया गया है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर दिसंबर आपूर्ति वाले सोने का वायदा भाव पिछले हफ्ते 165 रुपये यानी 0.14 प्रतिशत गिरकर शुक्रवार को 1,21,067 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
अगर आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर महज 10 रुपये से डिजिटल गोल्ड खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। SEBI ने निवेशकों को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि डिजिटल गोल्ड में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है।
Gold Jewellery Breaking Meaning: कभी ऐसा होता है सोने या चांदी के गहने अचानक टूट जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसा होना सामान्य नहीं होता। यह ग्रहों की स्थिति, विशेष रूप से बृहस्पति, चंद्र और शुक्र के प्रभाव से जुड़ा संकेत हो सकता है। यहां जानिए सोने-चांदी के गहने अगर अचानक टूटने के क्या संकेट होते हैं।
निवेशक आने वाले सप्ताह में फेडरल रिज़र्व अधिकारियों के भाषणों और अमेरिका तथा भारत के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक डेटा पर नजर बनाए रखेंगे, जो मार्केट की दिशा तय करेंगे।
सुरक्षित निवेश की मांग और अमेरिकी डॉलर में मामूली गिरावट के कारण गुरुवार को सोने में तेजी आई।
सोने की कीमतों में बीते कुछ सत्रों से लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। जानकारों का कहना है कि दोनों बहुमूल्य धातुओं की कीमत में अभी आगे भी उथल-पुथल देखने को मिल सकता है।
भारत समेत दुनियाभर में सोने और चांदी की कीमतों में लगातर गिरावट देखी जा रही है। सोने-चांदी की कीमतों में जारी गिरावट के बीच शादी-विवाह के सीजन में खरीदारी करने वाले लोगों को राहत मिली है।
यह शिव मंदिर कई सदियों पुराना है और माना जाता है कि इसे चोल सम्राट राजराजा चोलन तृतीय के समय में बनाया गया था। मंदिर में जीर्णोद्धार कार्य के दौरान 3 नवंबर को मिट्टी के एक घड़े से सोने के 103 प्राचीन सिक्के बरामद किए गए।
सोने के साथ ही चांदी में भी तेज बिकवाली देखी गई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने अगले महीने और अधिक दर कटौती की संभावना को खारिज कर दिया, जिससे निवेशकों का ध्यान सोने से हटकर अन्य सुरक्षित निवेशों की ओर गया।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने अतिरिक्त मौद्रिक सहजता पर संयम बरतने का संकेत दिया, जिसके चलते ग्लोबल मार्केट में सोने की कीमत में नरमी देखने को मिल रही है।
लखनऊ के गोमतीनगर में स्थित ज्वेलरी शोरूम में एक बड़ी चोरी का मामला सामने आया है। यहां एक महिला कर्मचारी ने करीब ढाई किलो के सोने और हीरे के जेवर चोरी किए हैं।
सोने के दाम में कमी के पीछे अमेरिका-चीन व्यापार समझौते के बाद सुरक्षित-पसंद मांग में कमी आना है। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में, हाज़िर सोना $4,000 से नीचे फिसल गया।
सोने और चांदी की कीमतों में इस वृद्धि का कारण वैश्विक बाजारों में बढ़ते निवेशकों की मांग, और आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण कमोडिटी मार्केट में सकारात्मक रुझान हो सकता है।
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