दिल्ली सरकार की आबकारी नीति के अनुसार देसी और विदेशी शराब की खुदरा दुकानें किसी भी बाजार, मॉल, वाणिज्यिक क्षेत्रों, स्थानीय शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में कहीं भी खोली जा सकती हैं।
दिल्ली में प्राइवेट वाहन खरीदने वालों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें रजिस्ट्रेशना सर्टिफिकेट(आरसी)के लिए आरटीओ दफ्तर में भटकने की जरूरत नहीं है।
पिछले कुछ महीनों में कोविड महामारी की दूसरी लहर के चलते सामने आईं अनेक बाधाओं के बावजूद दिल्ली मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन (डीएमआरसी) ने अपने फेज-फोर के कॉरिडोर का निर्माण कार्य जारी रखा है ।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने विभिन्न अंकुशों में ढील संबंधी आदेश में कहा है कि बाजार, मॉल्स और रेस्तरांओं पर नजदीकी नजर रखी जाएगी, अगर संक्रमण की दर बढ़ती है, तेा बिना समय गंवाए इन्हें फिर बंद कर दिया जाएगा।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने गति सीमा से अधिक रफ्तार पर गाड़ी चलाने के लिए एक सप्ताह में 48,000 से अधिक चालान जारी किए हैं।
दिल्ली के 2041 के मास्टर प्लान मसौदे में राज्य में 24 घंटे आर्थिक गतिविधियां जारी रखने के साथ ही कनॉट प्लेस सहित अन्य वाणिज्यिक केन्द्रों के मूल स्वरूप को पुनर्जीवित करने जैसे मुख्य बिन्दुओ पर जोर दिया गया है।
दिल्ली में शराब की आधुनिक दुकानें खुलने जा रही है। इसके लिए कितने पैसे चाहिए होंगे उसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। दिल्ली में हाल ही में शराब की दुकान की होम डिलिवरी की अनुमति दे दी गई है।
दिल्ली में दो मामलों में छूट देने के साथ लाकडाउन सात जून की सुबह पांच बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक इस मामले पर हुई बैठक में बाजार खोलने पर चर्चा ही नहीं हुई
कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से बाजारों और दुकानों को उसी तर्क के आधार पर खोलने की मांग की है, जिस तरह निर्माण गतिविधियों और फैक्ट्रियों को फिर से शुरू करने की घोषणा की गई है।
दिल्ली सरकार ने कोरोना के कारण भयावह होती स्थिति को देखते हुए 31 मई तक के लाॅकडाउन की घोषणा की थी। जो कि अगले सोमवार सुबह तक लागू रहेगा।
आय बढ़ाने और शराब माफिया पर लगाम लगाने के लिये इन नीति का ऐलान किया है। दिल्ली सरकार का अनुमान है कि इससे 1500 से 2000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी।
गलत ई-चालान की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने लोगों सो ई-मेल के जरिये अपनी शिकायतें दर्ज कराने को कहा है। जिसके बाद उनके चालान को फिर से जांचा जायेगा।
स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे से जुड़े मानदंडों के लिहाज से देश के शीर्ष आठ शहरों में पुणे पहले स्थान पर रहा जबकि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सबसे निचले स्थान पर रहा है।
सरकार द्वारा लॉकडाउन को एक सप्ताह के लिए आगे बढ़ाया जाए अथवा व्यापारियों द्वारा स्वैच्छिक लॉक डाउन किया जाना ही वर्तमान में एक मात्र विकल्प है।
दिल्ली के 100 से अधिक प्रमुख व्यापारी संगठनों ने कोरोना के कारण से पैदा हुई विकट स्थिति और वर्तमान में मेडिकल सुविधाओं की बदहाल स्तिथि को देखते हुए यह निर्णय लिया है की दिल्ली में लॉक डाउन को बढ़ाया जाना बेहद जरूरी है।
दिल्ली के खुदरा व्यापारियों ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की लॉकडाउन की घोषणा के बाद उनके स्टोर पर ‘चिंता’ वाली खरीदारी देखने को मिली। हालांकि, पिछले साल की तुलना में उपभोक्ता घबराए हुए नहीं हैं।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली में जिस हिसाब से संक्रमण के मामले बेकाबू होते जा रहे हैं और उसके आगे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा रही है।
ट्रैफिक चालान को लेकर बड़ी खबर है। अगर आप भी गाड़ी चलाते है चाहे वह कार मोटरसाइकिल, स्कूटर ट्रक या अन्य प्रकार का तो यह खबर आपके लिए ही है। पुलिस ने चालान को लेकर बड़ी जानकारी साझा की है।
गुरुग्राम और फरीदाबाद में अभी वीकेंड लॉकडाउन की घोषणा नहीं हुई है। ऐसे में रविवार को अधिकतर एनसीआर में लॉकडाउन रहेगा।
भारतीय राष्ट्रीय रेस्तरां संघ (एनआरएआई) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसे स्थिति की गंभीरता का अंदाजा है और वह दिल्ली सरकार के फैसले को स्वीकार करता है
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