पंजाब के तरन तारन जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा के समीप एक खेत से चीन निर्मित एक ड्रोन बरामद किया गया है। बीएसएफ के प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को तलाश अभियान के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पंजाब पुलिस को नूरवाला गांव के समीप एक खेत में यह ड्रोन मिला। प्रवक्ता ने बताया कि, यह चीन निर्मित ‘‘डीजेआई मैविक-3 क्लासिक’’ ड्रोन है।
बीएसएफ पंजाब फ्रंटियर की तरफ से इसे लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी गई। बीएसएफ पंजाब ने अपने पोस्ट में लिखा "बीएसएफ से प्राप्त विशेष इनपुट के आधार पर, बीएसएफ और पंजाब पुलिस द्वारा चलाए गए तलाशी अभियान में पंजाब के तरनतारन जिले के मस्तगढ़ गांव से एक पाकिस्तानी ड्रोन बरामद किया गया। पिछले 24 घंटों में बीएसएफ द्वारा ड्रोन बरामदगी की यह तीसरी घटना है। बरामद ड्रोन चीन में बना डीजेआई मैट्रिस 300 आरटीके है। एक बार फिर, बीएसएफ जवानों की समय पर और सतर्क प्रतिक्रिया से एक पाकिस्तानी ड्रोन बरामद हुआ, जिसका इस्तेमाल तस्करों द्वारा सीमा पार तस्करी के लिए किया जाता।"
ड्रोन के साथ हेरोइन भी पकड़ी
फाजिल्का में ड्रोन पकड़े जाने की जानकारी देते हुए बीएसएफ ने बताया था कि सीमावर्ती क्षेत्र में नशीले पदार्थों के साथ एक ड्रोन की मौजूदगी के बारे में बीएसएफ खुफिया विंग की सूचना के आधार पर पंजाब पुलिस के सहयोग से बीएसएफ के जवानों ने संदिग्ध क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया। तलाशी के दौरान, लगभग 07:35 बजे, सैनिकों ने जिला फाजिल्का के गांव गहलेवाला के एक खेत से संदिग्ध हेरोइन (कुल वजन- 520 ग्राम) के 01 पैकेट के साथ 01 ड्रोन को सफलतापूर्वक बरामद किया। नशीले पदार्थ लाल रंग के चिपकने वाले टेप में लिपटे हुए थे और एक धातु की अंगूठी भी इसके साथ जुड़ी हुई थी, जिसमें एक रोशनी देने वाली छड़ी लगी हुई थी। बरामद ड्रोन की पहचान चीन निर्मित डीजेआई माविक-3 क्लासिक के रूप में की गई है।
तरनतारण में कल भी पकड़ाया था ड्रोन
बीएसएफ ने जानकारी देते हुए एक्स पर लिखा था कि 21 जून, 2024 को बीएसएफ और पंजाब पुलिस द्वारा चलाए गए तलाशी अभियान में तरनतारन जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में एक पाकिस्तानी ड्रोन बरामद हुआ। ड्रोन तरनतारन जिले के नूरवाला गांव से सटे एक खेत में मिला था। बरामद ड्रोन की पहचान चीन निर्मित डीजेआई माविक 3 क्लासिक के रूप में की गई है। यह सफल ऑपरेशन बीएसएफ जवानों और पंजाब पुलिस के बीच त्वरित सूचना साझा करने और अच्छी तरह से समन्वित प्रयासों का परिणाम है, जो अवैध ड्रोन खतरे को खत्म करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।