हिंदू धर्म में पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए वार्षिक रजिस्ट्रेशन आज से शुरू हो गया है। ऐसे में रजिस्ट्रेशन के लिए कहां पर जाना और किस तरह से इसके लिए आवेदन किया जा सकता है, इसकी पूरी जानकारी के लिए पढ़ें पूरी खबर...
Amarnath Yatra 2024 के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है। 29 जून 2024 से शुरू होने वाली इस यात्रा के लिए ऑनलाइन परमिट डाउनलोड कैसे करें, आइए जानते हैं...
हर हर महादेव और बम बम भोले के जयकारों के साथ बुधवार को ‘छड़ी मुबारक अमरनाथ जी’ को शंकराचार्य मंदिर लाया गया,जहां महंत दीपेंद्र गिरी और देश के अलग-अलग राज्यों से आए साधुओं और महंतों ने छड़ी मुबारक की पूजा की।
21 जुलाई के दिन 13,797 यात्री अमरनाथ के दर्शन करने पहुंचे थे। सरकार द्वारा बुनियादी ढांचों में सुधार करने व सेवाओं में सुधार करने के कारण ही रिकॉर्ड तोड़ संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में 3,888 मीटर ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर की 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा एक जुलाई को अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदरबल जिले के बालटाल से शुरू हुई थी। यह यात्रा 31 अगस्त को समाप्त होगी।
शनिवार के दिन कुल 21,401 लोग अमरनाथ के दर्शन करने पहुंचे थे। बता दें कि 1 जुलाई से शुरू हुई इस यात्रा के पहले 5 दिनों में 67 हजार से अधिक तीर्थयात्री बाबा बर्फानी के दर्शन करने पहुंचे थे।
अमरनाथ की यात्रा करने जा रहे जत्थे में एक यूक्रेन की महिला भी शामिल थी। महिला ने तीर्थयात्रा के बारे में अपने विचारों को साझा किया और लोगों के उत्साहपूर्ण समर्थन के अलावा सुचारू और व्यवस्थित व्यवस्थाओं की सराहना की।
अमरनाथ यात्रा के दौरान एक महिला की मौत होने से हड़कंप मच गया है। इस महिला की मौत पत्थरों की चपेट में आने की वजह से हुई है। इस बात की जानकारी जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दी है।
शुक्रवार के दिन कुल 24,445 लोग बाबा अमरनाथ के दर्शन करने पहुंचे। इसमें 17,583 पुरुष, 5,643 महिलाएं, 993 बच्चे, 220 साधु और 6 साध्वी शामिल हैं।
अमरनाथ यात्रा पर निकले 5 तीर्थयात्रियों की पिछले 24 घंटे में मौत हो गई है। इस यात्रा के शुरु होने के बाद से अबतक 19 यात्रियों की जान जा चुकी है।
अमेरिकी तीर्थयात्रियों ने बताया कि यह एक ऐसा अनुभव है जिसे हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि पहाड़ों और पवित्र गुफा के अंदर उन्होंने जिस प्रकार की शांति का अनुभव किया, वह अनोखी है।
जम्मू से अमरनाथ मंदिर के लिए 7800 से ज्यादा यात्रियों का 10वां जत्था बुधवार को रवाना हो गया है। अब तक करीब 1.4 लाख तीर्थयात्री अमरनाथ मंदिर के दर्शन कर चुके हैं।
खराब मौसम में सुधार के बाद स्थगित अमरनाथ यात्रा दोबारा शुरू हो गई है। रविवार दोपहर से पहलगाम की ओर से यात्रा फिर से शुरू हुई। अमरनाथ यात्रा को पंजतरणी और शेषनाग आधार शिविरों से फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी गई।
अधिकारियों ने बताया कि बीते शनिवार को 5,124 यात्रियों का एक और जत्था जम्मू से पवित्र गुफा के लिए रवाना हो चुका है। बता दें कि 1 जुलाई से अमरनाथ की यात्रा शुरू हो चुकी है।
Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ गुफा से जुड़ी कई कथाएं प्रचलित हैं। कहा जाता है कि इस गुफा में जाने से पहले शिवजी ने अपने शरीर से सांप, चंद्र और गंगा जी सबको हटा दिया था। यहां जानिए आखिर इसके पीछे क्या कारण था।
नुनवान बेस कैंप से निकलकर पहला पड़ाव चंदनवाड़ी होगा। यहां से महागुणस टॉप फिर शेषनाग और फिर पंजतरनी में यह यात्रा बालटाल से चढ़ाई कर रहे यात्रियों से मिलेंगे।
पवित्र अमरनाथ यात्रा इस बार 62 दिनों तक चलेगी। यात्रा के लिए अभी तक 3 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। पिछले साल की तुलना में इस बार 10 फीसदी ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए हैं।
कड़ी सुरक्षा के बीच पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए आज श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को जम्मू के बेस कैंप से रवाना किया गया है। उपराज्यपाल और अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मनोज सिन्हा ने श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं।
आज यानी 30 जून को जम्मू के भगवती नगर से पहल जत्था आधार शिवर बालटाल और पहलगाम के लिए रवाना होगा जबकि शनिवार सुबह सभी श्रद्धालु पवित्र गुफा के लिए अपनी यात्रा का शुभारंभ करेंगे।
Shri Amarnath Yatra 2023: 62 दिनों तक चलने वाली इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा के लिए देवों के देव महादेव का दरबार सजना शुरू हो चुका है। इस बार अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर श्राइन बोर्ड और प्रशासन ही नहीं बल्कि केंद्र सरकार भी सतर्क है।
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