ओपनर की बात करें तो रोहित शर्मा और शिखर धवन अभी तक न सिर्फ रंग में नहीं आए है बल्कि निराश ही किया है ख़ासकर ये देखते हुए न्यीज़ीलैंड, इंग्लैंड के ओपनर्स से अपनी टीमों को धमाकेदार शुरुआत दिलाई है जो खेल के इस संस्करण में बेहद ज़रुरी है। अगर सिलसिला ऐसे ही जारी रहा तो कहने की ज़रुरत नहीं है कि टीम इंडिया के हाथ वानखेड़े में क्या आएगा। कुल मिलाकर कोहली टीम की बैटिंग धुरी नहीं बल्कि चाक का पहिया है जो अकेला घूमा जा रहा है।
गेंदबाजों से है टीम इंडिया को उम्मीद, आगे