माफिया अतीक अहमद के प्रयागराज स्थित दफ्तर में मिले खून के मामले में बड़ा खुलासा सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक सैंपल टेस्ट में जो रिपोर्ट सामने आई है वो किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जांच एजेंसियां अतीक के गुर्गे गुड्डू मुस्लिम के बेहद करीब पहुंच गई हैं और उसे कभी-भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
अशरफ अहमद ने करेली से गिरफ्तार आतंकी जीशान कमर का पासपोर्ट बनवाने में मदद की थी। अशरफ ने पासपोर्ट अधिकारी को पत्र लिखकर जीशान कमर को जानने और पासपोर्ट बनाने की बात लिखी थी।
माफिया अतीक अहमद ने उमेश पाल की हत्या की फुल प्रूफ प्लानिंग रची थी। उसने हत्या की प्लानिंग का नाम दिया था-ऑपरेशन जानू। शाइस्ता और असद थे अहम किरदार, जानिए पूरी प्लानिंग।
सद्दाम पश्चिम बंगाल के किसी एयरपोर्ट से दुबई गया है। सद्दाम 25 हजार का इनामी आरोपी है। वह बरेली जेल में अशरफ से अवैध मुलाकात करता और करवाता था।
अतीक अमद और अशरफ को मीडिया के कैमरों के सामने गोली से मौत के घाट उतारने वाले आरोपी शूटर्स बेहद शातिर हैं। ये तीनों पुलिस को अपने बयानों से छका रहे हैं।
असद के फोन से ऐसी फोटो मिली हैं जिनसे साफ है कि वो डॉन बनने के साथ खुद को दिखाने लगा था। उसके सिर पर माफिया बनने का जुनून सवार था लेकिन वो अपने मंसूबों में कामयाब होता इससे पहले ही उसका एनकाउंटर हो गया।
यूपी में निकाय चुनाव होने वाले हैं और सीएम योगी ने आज सहारनपुर से चुनावी आगाज कर दिया है। योगी ने माफिया और गुंडों को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि यूपी किसी की बपौती नहीं है।
अतीक के बेटे असद के फोन से पुलिस को एक रोंगटे खड़े करने वाला वीडियो मिला है। वीडियो में कुछ लड़के ज़मीन पर बैठे एक शख्स की बुरी तरह से पिटाई करते नज़र आ रहे हैं।
माफिया अतीक अहमद के चकिया स्थित दफ्तर का दरवाजा खोलते ही पुलिस चौंक गई। दफ्तर की दीवारों पर खून के धब्बे, खून में सना चाकू मिलने से सनसनी फैल गई है। तो क्या अतीक के दफ्तर में किसी की हत्या हुई है।
माफिया अतीक अहमद जिस नंबर से फोन कर लोगों के धमकियां दिया करता था, वो नंबर पता चल गया है। जानिए कौन-सा है वह नंबर जो कई लोगों की मौत की वजह बना।
सामने आया है कि अतीक अहमद, अशरफ और असद की फोटो पर इमोशनल गाने लगाकर उन्हें हीरो दिखाने की कोशिश हो रही है। इस तरह की वीडियो के जरिए युवाओं को भड़काया जा रहा है। जांच एजेंसी इन अकाउंट्स पर नजर बनाए हुए है।
गुड्डू मुस्लिम ओडिशा में भी एसटीएफ के हाथ नहीं लगा। अब आशंका जताई जा रही है कि गुड्डू मुस्लिम छत्तीसगढ़ भाग चुका है। बता दें कि गुड्डू मुस्लिम अतीक अहमद का बेहद खास था।
BSP विधायक उमाशंकर सिंह ने मारे जा चुके माफिया अतीक अहमद की पत्नी को लेकर हमदर्दी दिखाई है और शाइस्ता के अभी भी बसपा का सदस्य होने की पैरवी की है।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पूरा हिंदुस्तान जानता है, बल्कि लोग भी यह जानते हैं और विपक्ष भी यह जानता है कि यह हत्या कैसे हुई है और किसने कराई है। दोनों न्यायिक हिरासत में थे। इसके जिम्मेदारी किसकी है।
पहले चर्चा थी कि बसपा ने शाइस्ता को प्रयागराज नगर निगम के महापौर पद के लिए प्रत्याशी बनाया है, हालांकि उमेश पाल हत्याकांड मामले में नाम आने के बाद पार्टी ने स्पष्ट किया कि शाइस्ता को टिकट नहीं दिया गया।
अतीक हत्याकांड के दिन तीनों शूटर ई- रिक्शा से अस्पताल पहुंचे थे और हत्याकांड को अंजाम दिया था। 13 अप्रैल को अतीक-अशरफ की CJM कोर्ट में पेशी के दौरान भी तीनों शूटर कोर्ट तक आए थे लेकिन भीड़-भाड़ होने की वजह से वो बाहर ही रहे।
रईस गजनवी कहां है अबतक उसके बारे में कोई जानकारी नहीं लग सकी है। उसकी कोई खबर नहीं है। वह गायब है। बता दें कि जामा मस्जिद के पास उसकी लगेज की एक दुकान है। नारेबाजी करने के बाद से ही रईस की दुकान बंद है और पुलिस द्वारा भी अबतक कोई बयान नहीं दिया गया है।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उमेश के परिवार का सदस्य मेरे परिवार की तरह है, मुझे यूपी पुलिस पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा, प्रदेश से माफियाओं का सफाया होगा और जमीनों पर से अवैध कब्जा हटाकर गरीबों में बांटा जाएगा।
माफिया अतीक अशरफ और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटरों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। तीनों ने हत्या से पहले की थी पूरी प्लानिंग। जानिए पूरी खबर-
संपादक की पसंद