यूक्रेन ने हिंदुओं में पूजनीय मां काली का एक ऐसा फोटो शेयर किया है, जिसे लेकर आपत्ति है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के इस कृत्य कोलेकर हिंदू समुदाय के लोग कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। हालांकि बाद में विवाद बढ़ता देख यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने मां काली से जुड़ा शेयर किया ट्वीट हटा दिया।
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने इशारों ही इशारों में चीन को कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि अपनी सामरिक स्वायत्तता बरकरार रखने और अपने उभरते कद के अनुरूप नई जिम्मेदारियां उठाने के मद्देनजर भारत के लिए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करें और सैन्य उपकरणों के आयात पर निर्भरता कम करें।
अब देश की महिलाएं भी सेना में प्रमुख पदों और विभागोंं में भर्ती होकर दुश्मनों के लिए चुनौती पेश कर रही हैं। अब भारतीय सेना ने पहली बार अपनी तोपखाना रेजीमेंट में पांच महिला अधिकारियों को शामिल किया है, जिनमें से तीन की नियुक्ति चीन के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तैनात दस्तों में गई है।
यूक्रेन युद्ध को लंबा खिंचता देख रूस को भारत से सैन्य साझेदारी और मजबूत करने की जरूरत महसूस हो रही है। यू्क्रेन युद्ध में पश्चिमी देशों के दबाव को दरकिनार कर भारत अभी तक रूस से कच्चा तेल खरीदता आ रहा है और अभी तक यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा नहीं करके उम्दा विदेश नीति का परिचय दिया है।
अपने देश की सेनाओं पर खर्च करने के मामले में भारत चौथे नंबर पर आता है। सबसे ज्यादा खर्च अमेरिका करता है। दूसरे नंबर पर चीन और तीसरे नंबर पर रूस अपनी सेनाओं पर खर्च करता है।
विशेष प्रकार का मानव रहित विमान मिलने से भारतीय सेना की ताकत कई गुना बढ़ने वाली है।. इस मानव रहित हवाई यान (यूएवी) का नाम 'नागास्त्र' है, जो कि भारतीय सेना के लिए किसी "ब्रह्मास्त्र" से कम नहीं होगा। खास बात यह है कि नागपुर की एक भारतीय कंपनी को ही इसकी आपूर्ति करने का ठेका मिला है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय मूल की अधिकारी को रक्षा विभाग में अहम पद से नवाजा है। राष्ट्रपति बाइडन के प्रशासन में कई अन्य भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक महत्वपूर्ण पदों पर काम कर रहे हैं।
रूस कम से कम इस दशक के अंत तक बढ़ती सैन्य संसाधनों की वैश्विक डिमांड को पूरा करने में उतना सक्षम नहीं रहेगा। इनमें सबसे अहम खरीदार भारत है, जिसने रूस के साथ ब्रह्मोस से लेकर एस.400 मिसाइल रोधक प्रणाली तक के लिए डील कर रखी है।
चीन के दुश्मन कनाडा से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर अहम रणनीति बनाई है। इससे ड्रैगन टेंशन में आ गया है। इस मसले में रक्षामंत्री राजनाथ ने कनाडा की समकक्ष के साथ फोन पर बातचीत की है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनकी कनाडाई समकक्ष अनीता आनंद ने बुधवार को टेलीफोन पर बातचीत की।
चीन का दुश्मन फिलीपींस इन दिनों भारत के प्रमुख रक्षा साझेदारों के रूप में उभर रहा है। यह बात चीन को बेहद नागवार गुजर रही है। मगर इस दौरान शुक्रवार को नई दिल्ली में भारत और फिलीपींस के बीच चौथी संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की अहम बैठक हुई है।
11 पोत में सात को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) तैयार करेगी और चार को कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) बनाएगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को एक आयोजित कार्यक्रम में कहा कि कुछ लोगों ने भगवान राम को कभी समझा ही नहीं और न कभी अपने हृदय से लगाया।
राजनाथ के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए मोदी ने लिखा, रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा भारतीय प्रतिभा में हमारे विश्वास की पुष्टि है।
चीन और अमेरिका की दुश्मनी जगजाहिर है। ऐसे में जिनपिंग ने अपनी जिस शख्स को नया रक्षा मंत्री नियुक्त किया है, उसे अमेरिका पसंद नहीं करता है।
वैश्विक परिदृश्य में लगातार बढ़ते तीसरे विश्व युद्ध के खतरे और विभिन्न देशों से तनाव के मद्देनजर सभी देश अपने-अपने रक्षा बजट को बढ़ाते जा रहे हैं। ऐसे में चीन भी कहां पीछे रहने वाला था। चीन ने आज रविवार को दुनिया का सबसे बड़ा दूसरा रक्षा बजट पेश किया है।
भारत और फ्रांस अपनी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। ऐसे मौके पर फ्रांस ने भारत की धरती से उसके दुश्मनों को बहुत कड़ा संदेश दिया है। फ्रांस ने कहा है कि वह भारत के साथ ‘कंधे से कंधा मिलाकर’ खड़ा रहेगा।
20 जनवरी को रक्षा सचिव ने एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा था कि वो वन रैंक-वन पेंशन के तहत पेंशन को चार किश्तों में देंगे। कोर्ट ने इसी को लेकर केंद्र सरकार को फटकार लगाई है।
पाकिस्तान दिवालिया होगा नहीं, दिवालिया हो चुका है। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने ये बड़ा खुलासा किया है और पीटीआई पर बड़ा आरोप लगाया है और उसे ही इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने शनिवार को कहा कि उनका देश पहले ही दिवालिया हो चुका है। इसलिए अब जमीन बेचने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर महंगी सरकारी जमीन पर बने दो गोल्फ क्लबों को बेच दिया जाए तो पाकिस्तान का एक-चौथाई कर्ज चुकाया जा सकता है।
रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को करीब 1 वर्ष होने को हैं। इस दौरान दोनों देशों में भीषण जंग जारी है। दोनेत्स्क और बखमुत जैसे शहरों में करो या मरो की जंग चल रही है। इस बीच खबर है कि रूसी सेना ने बखमुत को तीन ओर से घेर लिया है। इससे यूक्रेनी सैनिकों का हौसला टूट रहा है।
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