दिल्ली विधानसभा में आज विधानसभा सत्र के दौरान भारी हंगामा हुआ। भारी हंगामे के बीच बीजेपी विधायकों को स्पीकर के आदेश पर मार्शल ने सदन से बाहर कर दिया।
दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में चर्चा के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने केंद्रीय कृषि कानूनों की कॉपी फाड़ दी।
चुनावी नतीजों से इतर आज (11 फरवरी) का दिन केजरीवाल के लिए बेहद खास है। आज उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल का जन्मदिन है...
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मंगलवार को 11 फरवरी से तत्काल प्रभाव से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की छठी विधानसभा को भंग कर दिया...
साल 1993 में दिल्ली विधानसभा के पहले चुनाव के बाद से कुल 31 महिलाएं इस विधानसभा के लिए निर्वाचित हुई हैं, जिनमें 22 साल की अवधि में 2015 तक कांग्रेस से सबसे ज्यादा 20 विधायक हैं।
देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। आज जनता कुल 70 विधानसभा सीटों के लिए 652 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा एक-एक कड़ी को जोड़कर जीत का रास्ता ढूंढ़ रही है। इसके लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा के नेतृत्व में हर स्तर पर योजना बनाई गई है, ताकि कहीं कोई चूक न रह जाए।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आगामी आठ फरवरी को होने मतदान में 14786382 मतदाता चुनाव मैदान में मौजूद कुल 672 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंगलवार को नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के पोते और दिल्ली विधानसभा की द्वारका सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक, आदर्श शास्त्री शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गये।
हाल में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए शोएब इकबाल को मटियामहल सीट से टिकट मिला है।
दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और आरजेडी ने गठबंधन करने का फैसला ले सकता है। बिहार में महागठबंधन के साथ प्रयोग करने के बाद यह फैसला लिया जा सकता है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने शनिवार को आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच मिलीभगत है तथा दोनों दल आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन कर सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहारे ही चुनाव मैदान में है। केजरीवाल बनाम कौन? इसकी घोषणा से भाजपा फिलहाल बचना चाह रही है।
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का कहना है कि इस चुनाव में लोग दिल्ली के भविष्य और अपने परिवार के बारे में सोच रहे हैं और अपनी निजी राजनीतिक पसंद से ऊपर उठकर आप का समर्थन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री पद के लिए राष्ट्रीय राजधानी के मतदाताओं की पहली पसंद अरविंद केजरीवाल हैं। वहीं दिल्ली के लोग प्रधानमंत्री के तौर पर सबसे अधिक नरेंद्र मोदी को पसंद करते हैं।
दिल्ली में एक बार फिर केजरीवाल सरकार बन सकती है। एबीपी न्यूज सी वोटर ओपिनियन पोल के मुताबिक आम आदमी पार्टी (AAP) को 59 सीटें मिल सकती है जबकि भाजपा के खाते में 8 सीटें आ सकती हैं।
दिल्ली में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। 8 फरवरी को मतदान होगा जबकि तीन दिन बाद यानी 11 फरवरी को नतीजे आ जाएंगे। दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की है जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि अगर दिल्ली में कांग्रेस सत्ता में आती है तो मौजूदा रूप में नागरिकता संशोधन कानून (CAA), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लागू नहीं किया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शीर्ष नेतृत्व ने दिल्ली प्रदेश संगठन में गुटबाजी से चुनावी गतिविधियों पर पड़ रहे असर को देखते हुए खास एडवाइजरी जारी की है।
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