हज यात्रा के लिए ऑनलाइन आवेदन की तारीख खत्म हो चुकी है और अब लॉटरी के माध्यम से हज यात्रियों का नाम चुना जाएगा। लॉटरी को कुर्राह कहते हैं और इसकी लिस्टिंग के बाद आप अपना नाम चेक कर सकते हैं। जानें क्या है पूरा प्रोसेस....
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने मंगलवार, 8 जुलाई को घोषणा की कि तीर्थयात्री हज 2026 के लिए अपने आवेदन ऑनलाइन हज आवेदन पत्र के माध्यम से 31 जुलाई तक जमा कर सकते हैं।
250 हज यात्रियों को लेकर यह विमान सऊदी अरब से लखनऊ एयरपोर्ट पर पहुंचा था। जैसे ही विमान टैक्सी-वे पर बढ़ रहा था तब बाएं पहिए से धुआं और चिंगारी निकलती दिखी जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई।
Hajj 2025: हज यात्रा 2025 सऊदी अरब में 4 जून से शुरू होगी। आधिकारिक तौर पर लगभग 14 लाख मुसलमान पहले ही मक्का पहुंच चुके हैं।
श्रीनगर उन 32 एयरपोर्ट्स में से एक था, जिन्हें भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के चलते नागरिक उड़ानों के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था।
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव को देखते हुए कमिटी ने यह फैसला लिया है।
सऊदी अरब में हज के समय पूरी दुनिया के मुसलमान आते हैं। ऐसे में सभी के लिए रहने और खाने की व्यवस्था करना मुश्किल हो जाता है। इसी वजह से हज के लिए हर देश का कोटा तय किया जाता है।
भारत से हर साल बड़ी संख्या में लोग हज यात्रा के लिए जाते हैं। इसके लिए पहले से ही रजिस्ट्रेशन कराना होता है। भारत के अल्पसंख्यक मंत्रालय ने हज यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है।
1999 में होली के दिन ही बड़ी संख्या में हज यात्रियों को रवाना होना था। वे मऊ से दिल्ली के लिए ट्रेन में सवार होने वाले थे। मक्का के लिए विमान में सवार होने से पहले यह उनका पहला पड़ाव था। ट्रेन दोपहर के समय पहुंचने वाली थी, ठीक उसी समय जब होली का त्योहार अपने चरम पर होता है।
सऊदी अरब ने 2025 के लिए भारत का हज कोटा निर्धारित कर लिया है। राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भारत के इस साल के हज कोटा के बारे में जानकारी दी है।
वार्षिक हज यात्रा के दौरान 98 भारतीयों की मौत को कौसर जहां ने दुखद बताया है। बता दें कि इस बार 1 लाख 75 हजार भारतीय हाजियों ने हज किया है।
सऊदी अरब में अगर किसी हाजिये यानी हज यात्री की मौत हो जाती है तो उसके शव को कोई भी देश वापस नहीं ले जा सकता। सऊदी अरब सरकार मृतक हाजियों के शवों को वहीं दफन करवा देती है और संबंधित दूतावासों के माध्यम से मृतकों के परिवारजनों को मृत सर्टीफिकेट जारी कर दिया जाता है।
भारत से हज के लिए इस बार करीब 1 लाख 75 हजार लोग मक्का गए। भीषण गर्मी और अन्य वजहों के चलते सऊदी अरब के मक्का में कई भारतीय यात्रियों की मौत हो गई है। विदेश मंत्रालय ने अब मौतों का वास्तविक आंकड़ा जारी कर दिया है।
सऊदी अरब में हज के लिए जुटे लाखों जायरीनों ने हजयात्रा की अंतिम रस्में शुरू कर दी हैं। परंपरा के अनुसार मुस्लिम हजयात्रियों ने शैतान को पत्थर मारकर रस्म अदायगी की।
सऊदी अरब के मक्का में हज करने के लिए जुटे दुनिया भर के लाखों मुसलमानों ने अराफात की पहाड़ियों पर इबादत की। अराफात की पहाड़ियों से मक्का की दूरी करीब 20 किलोमीटर है।
अगले हफ्ते से शुरू होने वाले हज के लिए दुनिया भर के जायरीन मक्का पहुंचने लगे हैं। सऊदी के अधिकारियों के अनुसार अब तक 15 लाख जायरीन यहां पहुंच चुके हैं। अभी इनकी संख्या में और इजाफा होने की संभावना है।
हज 2024 के भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए कोटा तय कर दिया गया है। तीर्थयात्रियों के लिए 1,40,020 सीटें आरक्षित की गई हैं। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने ये जानकारी दी है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री स्मृति ईरानी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी दी।
मिराज से हज यात्रा के लिए 40 यात्रियों को लेकर जा रही बस में अचानक भीषण आग लग गई। आग की चपेट में आने से बस धू-धू कर जल गई।
सउदी अरब वार्षिक हज यात्रा को लेकर बड़ी बात कही है। अरब ने कहा कि कोरोना के बाद पहला मौका है जब कोई कोविड प्रतिबंध नहीं लगाए जा रहे हैं। इस साल लाखों हजयात्री अब तक आ चुके हैं।
केरल से हज के लिए पैदल निकले शख्स ने अपने जुनून के दम पर पवित्र शहर मक्का तक की दूरी तय कर ली है। 370 दिनों में 8600 किलोमीटर की यात्रा कर शख्स मक्का पहुंचा है।
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