भारत के लिए खास तौर पर तैयार किए गए अत्याधुनिक 36 राफेल विमान मीका, मीटियोर और स्काल्प मिसाइलों से लैस है। इन मिसाइलों की बेजोड़ मारक क्षमता से वायुक्षेत्र में भारतीय वायुसेना का दबदबा हो जाएगा।
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर बढ़ते तनाव के बीच पांच राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप को आज अंबाला एयरबेस पर औपचारिक रूप से वायुसेना में शामिल कर लिया गया है।
भारत और चीन लद्दाख में जारी विवाद को सुलझाने की कोशिशे लगातार बातचीत के जरिए कर रहे है। इस दिशा में अब दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच रूस में बैठक के दौरान बातचीत हो सकती है।
रूस ने मंगलवार को उम्मीद जतायी कि भारत और चीन बातचीत के जरिये सीमा विवाद सुलझा लेंगे। साथ ही उसने दोनों देशों की रजामंदी के बिना मध्यस्थता कराने की बात से भी इनकार कर दिया।
लद्दाख गतिरोध पर सरकारी सूत्र बताया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के करीब 50 सैनिक सोमवार (7 सितंबर) को शाम करीब छह बजे मुखपारी चोटी के पास स्थित भारतीय चौकी की ओर आक्रामक तरीके से बढ़ रहे थे।
भारत की घेराबंदी के बीच चीन फंसकर रह गया है। अब दुनिया भी इस बात को मानने लगी है कि LAC पर भारत ने मजबूती से कदम उठाए हैं और चीन को पीछे धकेल दिया है।
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने शनिवार को कहा कि उभरते रक्षा परिदृश्य में न केवल उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर, बल्कि ‘‘विस्तारित पड़ोस’’ के रणनीतिक स्थान पर भी भारत की सुरक्षा कायम रखी जाएगी।
भारत और चीन के बीच सीमा पर भले ही तनाव हो और दोनो देशों की सेनाएं एक दूसरे के आमने सामने हों, लेकिन इसके बावजूद चीन के नागरिकों के प्रति भारतीय सैनिकों का मानवीय व्यव्हार सबका दिल जीत रहा है।
पूर्वी लद्दाख में बढ़ते तनाव के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार शाम मास्को में अपने चीनी समकक्ष वेई फेंगहे से मुलाकात की। फेंगहे ने उनसे मिलने के लिए वक्त मांगा था।
मॉस्को में भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और चीन के रक्षामंत्री वेई फेंगे के बीच की शुक्रवार को एक बैठक हुई। ये बैठक 2 घंटे 20 मिनट तक चली।
सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जे के लिए, चीन द्वारा नए सिरे से किए गए विफल प्रयासों के बाद क्षेत्र में बढ़े तनाव के बीच शुक्रवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हालात ‘तनावपूर्ण’ हैं और भारतीय सैनिक हरसंभव आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा है कि LAC पर पिछले तीन महीने से हालात खराब हैं लेकिन जवानों का मनोबल बढ़ा हुआ है और वे किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी तनाव के बीच आज फिर लद्दाख के चुशूल में भारत और चीन के बीच ब्रिगेड कमांडर लेवल की बातचीत हो रही है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को भारत-चीन सीमा विवाद के हल को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने एक ऑनलाइन कार्यक्रम में कहा कि वह ‘पूरी तरह से सहमत’ हैं कि भारत-चीन सीमा विवाद का समाधान कूटनीतिक दायरे में निकालना होगा।
भारत की चीनी ऐप्स पर कार्यवाही सही रास्ते पर है जिसके परिणाम में चीन घुटनों पर आता दिख रहा है। चीन ने भारत से प्रतिबंध हटाने की गुहार लगाई है। भारत स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने भारत से प्रतिबंधों को हटाने का आग्रह किया है।
विदेश मंत्रालय ने पूर्वी लद्दाख में गतिरोध पर कहा, ''जिम्मेदाराना तरीके से स्थिति को संभाला जाना चाहिए।'' मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ''यह स्पष्ट है कि बीते चार महीने में हमने जो हालात देखे हैं वे प्रत्यक्ष रूप से चीनी पक्ष की गतिविधियों का नतीजा हैं।
असल में चीन के दोहरे चरित्र को अब पूरी दुनिया समझ चुकी है। चीन को जहां मौका मिलता है वो दूसरे देशों पर दबाव बनाकर, ताकत दिखाकर, जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करता है।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर हुए ताजा टकरावों से उपजे हालात पर अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि उनका देश इस मसले के शांतिपूर्ण हल की उम्मीद कर रहा है।
लद्दाख के चुशूल में आज एकबार फिर भारत और चीन के बीच ब्रिगेड कमांडर लेवल की मीटिंग होनेवाली है।
सूत्रों ने बताया कि चीनी सेना के लगभग 7 से 8 भारी वाहन अपने चेपुज़ी शिविर से वास्तविक नियंत्रण रेखा के भारतीय हिस्से की ओर आ रहे थे, जिन्हें देख भारतीय जवान फौरन हरकत में आ गए और PLA की घुसपैठ को रोकने में सफल रहे।
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