भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा ने मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में जान गंवाने वालों के लिए घोषित मुआवजे पर सवाल उठाए हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में एक से 10 जून तक किसान आंदोलन हुआ था। इस दौरान मंदसौर में पुलिस की गोलीबारी में पांच और पिटाई से एक किसान की मौत हुई थी। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने और परिवार के एक व्यक्ति को योग्यता
मुख्यमंत्री मंदसौर के लोध गांव जाएंगे। यहां से वह नीमच जिले के जीरन में ग्राम नयाखेड़ा, मंदसौर के बरखेडापंथ, पिपलिया मंडी, बूढ़ा, टकरावद, सुवासरा में हिंसा प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेंगे। वहां से मंदसौर पहुंचकर संजय गांधी उद्यान स्थित पंडित मदनल
विधायक और उनके साथियों ने पुलिस थाने में आग लगाने और कत्लेआम करने की धमकी दी और साथ ही शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई थी, जिसके आधार पर खटीक व कांग्रेस की ब्लॉक की अध्यक्ष बीना गोयल सहित अन्य लोगों के खिलाफ दंगा भड़काने, शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने
पाटीदार नवनिर्माण सेना के राष्ट्रीय महासचिव अखिलेश कटियार के अनुसार, हार्दिक पटेल मंदसौर के लिए उदयपुर से निकले थे। वह पीड़ितों के परिजनों के साथ कई अन्य किसान नेताओं से भी मिलना चाहते थे।
मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान 6 किसानों की जान जाने के बाद भड़की आक्रोश की आग पर पानी डालने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा गांधीगीरी का सहारा लिए जाने पर विपक्षी दलों ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि शिवराज के इस ड्रामे की स्क्रिप्ट फ
मध्य प्रदेश में शांति बहाली के लिए शनिवार से भेल के दशहरा मैदान में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को उपवास तोड़ दिया। उन्होंने पार्टी नेताओं और किसानों के आग्रह पर अपना उपवास खत्म किया है।
मध्यप्रदेश में दस दिन चले किसान आंदोलन में हुई हिंसा से जान-माल की काफी क्षति हुई है। एक जून से आठ जून तक किसान आंदोलन से जुड़े 130 आपराधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
मध्यप्रदेश में शांति बहाली और किसानों से उनकी मांगों पर चर्चा के लिए शनिवार से भेल के दशहरा मैदान में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तरफ से कर्ज माफी का आश्वासन न मिलने पर किसानों ने भी उपवास शुरू कर दिया है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहां एक ओर किसानों से चर्चा और शांति बहाली के लिए उपवास पर बैठे हैं, वहीं राज्य के कृषि मंत्री गौरी शंकर बिसेन ने कहा कि किसानों के कर्ज माफ नहीं किए जाएंगे।
मध्य प्रदेश में शांति बहाली और किसानों से उनकी मांगों पर चर्चा के लिए शनिवार से भेल के दशहरा मैदान में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वह तो किसानों के लिए जिंदगी तक दे देंगे।
मध्य प्रदेश के मंदसौर में हालात सामान्य होते दिख रहे हैं। प्रशासन ने सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक 12 घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी। कर्फ्यू में ढील के बाद बाजार खुले और लोग दूध और सब्जियां जैसी जरूरी चीजें इकट्ठी करने के लिए घरों से बाहर निकले।
"हमने किसानों से अपील की थी कि वे सोशल मीडिया को अपना प्लेटफॉर्म बनाकर सरकार के साथ दुनिया भर के असंख्य लोगों तक अपनी बात पहुंचाएं। वे एक हाथ से ट्रैक्टर का स्टियरिंग पकड़ें और दूसरे हाथ में मोबाइल फोन थाम कर अपनी समस्याओं को लेकर ट्वीट करें।"
किसानों के हिंसक प्रदर्शनों से प्रभावित मंदसौर शहर और पिपलिया मंडी में स्थिति में सुधार को देखते हुए कल 12 घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील दी जाएगी। हालांकि पुलिस ने कहा कि लोगों की आवाजाही पर लगी रोक जारी रहेगी।
पिछले नौ दिन से जारी किसान आंदोलन की वजह से इस इलाके के अधिकतर खेतों में फिलहाल सन्नाटा पसरा है। किसान आंदोलन के दौरान अलग अलग हिंसक घटनाएं भी सामने आई हैं।
आम आदमी पार्टी (AAP) ने गुरुवार को कहा कि शुक्रवार को पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मध्य प्रदेश के मंदसौर के दौरे पर जाएगा, जहां आंदोलन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में पांच किसानों की मौत हो गई है। पार्टी ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'चुप्पी
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज दिल्ली से मंदसौर पहुंचने के लिए न केवल विमान, चौपहिया वाहन एवं दुपहिया वाहन का उपयोग किया बल्कि कुछ दूरी पैदल चलकर भी नापी। वह इस हफ्ते के शुरू में पुलिस फायरिंग में मारे गये पांच किसानों के परिजनों से मिलने के लि
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि वे समस्याओं के समाधान और बातचीत के लिए हमेशा तैयार हैं।
मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन आज उस वक्त राजनीतक घटनाक्रम में तब्दील हो गया जब मारे गए किसानों के परिजन से मिलने मंदसौर जा रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। राहुल सुरक्षा व्यवस्था तो तोड़ते हुए नीमच
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे भाजपा की दमनकारी नीतियों का परिणाम बताया।
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