यह लगातार तीसरा महीना रहा जब इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं से निवेशकों ने अपने पैसे निकाले हैं। इक्विटी खंड में सर्वाधिक प्रभावित मल्टी कैप फंड रहा। इसमें से 1,114 करोड़ रुपये की निकासी की गयी। उसके बाद लार्ज कैप योजनाओं में से 576 करोड़ रुपये निकाले गये।
सेबी के नए नियमों के मुताबिक मल्टीकैप फंड को निवेश का कम से कम 25% हिस्सा स्मॉलकैप में रखना होगा। हालांकि बाद में सेबी ने साफ किया कि फंड अपनी योजनाओं का उसके पोर्टफोलियो से मिलती जुलती दूसरी योजनाओं में मर्जर कर सकते हैं।
सेबी ने हाल ही मे आदेश दिया था कि मल्टी कैप स्कीम में लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में कुल एसेट्स का कम से कम 25-25 फीसदी निवेश होना जरूरी है।
म्यूचुअल फंड कंपनियों ने जुलाई-अगस्त के दौरान शेयर बाजारों से 17,600 करोड़ रुपये की निकासी की है।
निवेश करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आपके पास ढेरों पैसे होने चाहिए। आप हर महीने 500 या 1000 रुपए के साथ भी निवेश कर अपने भविष्य को सुरक्षित रख सकते हैं।
अगस्त में म्यूचुअल फंड योजनाओं में से निवेशकों ने कुल 14,553 करोड़ रुपये निकालें है। जबकि जुलाई में निवेशकों ने म्यूचुअल फंड की स्कीम में कुल 89,813 करोड़ रुपये का निवेश किया था। हालांकि जुलाई और अगस्त में इक्विटी या उससे जुड़ी योजनाओं से निवेशकों ने लगातार पैसे निकाल हैं।
एक्सिस ग्लोबल अल्फा इक्विटी फंड ऑफ फंड को लॉन्च हो गया है। ये एक ओपन एंडेड फंड ऑफ फंड स्कीम है जो कि निवेशकों को ग्लोबल इक्विटी में निवेश का मौका देंगी। एनएफओ 4 सितंबर से 18 सितंबर 2020 तक खुलेगा।
येस बैंक ने कहा कि व्हाइट ओक इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड के पास अधिग्रहण करने वाली कंपनी की 99 प्रतिशत हिस्सेदारी है। लेकिन अंतत: खरीदार कंपनी के लाभार्थी प्रशांत खेमका हैं
2020 में जुलाई तक गोल्ड ईटीएफ में निवेश का शुद्ध प्रवाह बढ़कर 4,452 करोड़ रुपये पर
कोविड-19 महामारी का संक्रमण लंबे समय तक खिंचा तो उससे घरेलू अर्थव्यवस्था की हालत और खराब हो सकती है।
टैक्स दरों की वजह से निवेश योजनाओं के रिटर्न पर काफी असर
निवेशकों के लिए कई मोबाइल एप मौजूद हैं जो निवेश और सलाह जैसी कई सेवाएं दे रहे हैं
जून के महीने में निवेश 4 साल के निचले स्तर पर पहुंचा
मार्च के महीने में ही 30,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ
मार्च तिमाही में AUM 27 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर था
बाजार में उतार चढ़ाव के बीच म्यूचुअल फंड में निवेश ज्यादा बेहतर विकल्प
कोरोना संकट की वजह से आर्थिक संकट के बाद एफडी पर रिटर्न घटा
लगातार 18वें महीने SIP से निवेश 8,000 करोड़ रुपये से ऊपर रहा
गुजरात उच्च न्यायालय ने योजनाओं को बंद करने के लिए ई-मतदान की प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी।
जानकारों के मुताबिक MF बाजार में निवेश के लिए अच्छे मौके के इंतजार में
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