कोष प्रबंधकों ने कहा कि बांड आधारित योजनाओं में 1.09 लाख करोड़ रुपए के प्रवाह से म्यूचुअल फंड कंपनियों का एयूएम बढ़ा है।
आईडीएफसी का फंड कम से कम 65 फीसदी स्माल कैप सेगमेंट में निवेश करेगा। यह खरीदो और उसे रोको की रणनीति का पालन करेगा
टैक्स विभाग ने साफ किया कि म्यूचुअल फंड द्वारा लाभांश पर ही 10 प्रतिशत टीडीएस लागू होगा
सबसे पहले तो बजट में पर्सनल आयकर स्लैब की वजह से आम आदमी के हाथ में ज्यादा खर्च करने के लिए पैसे मिलेंगे।
बजट के दिन शेयर बाजार में आम दिनों की तरह ही कारोबार होगा
हाल के समय में शीर्ष 250 कैटेगरी ने बेहतर रिटर्न निवेशकों को दिया है, जिसमें 7 और 10 साल की अवधि में इसने कभी निगेटिव रिटर्न नहीं दिया है।
हम आपको कुछ ऐसे टॉप म्यूचुअल फंड्स के बारे में बता रहे हैं, जिनमें मध्यम अवधि से लेकर दीर्घ अवधि तक के लिए निवेश किया जा सकता है।
शेयर बाजारों में म्यूचुअल फंड निवेश साल के पहले 10 महीनों में आधा घटकर 55,700 करोड़ रुपए रहा। इसका कारण खुदरा निवेशकों की म्यूचुअल फंड में भागीदारी का कम होना है।
म्यूचुअल फंड उद्योग में कुल 44 कंपनियां काम कर रही हैं। इक्विटी कोषों में निवेश के लिए ये कंपनियां मुख्य रूप से एसआईपी पर निर्भर करती हैं।
स्कीम उन स्टॉकों और सेक्टरों में निवेश करती है जो लोकप्रिय नहीं होते हैं लेकिन लंबी अवधि में बेहतर प्रदर्शन करते हैं।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बैलेंस्ड एडवांस्ड फंड का एयूएम जनवरी 2013 में 487 करोड़ रुपए था, जो सितंबर 2019 में बढ़कर 27,956 करोड़ रुपए हो गया है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बैलेंस्ड एडवांटेज फंड का औसत नेट इक्विटी एक्सपोजर 47 फीसदी रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि देश में सोने की कीमतों में तेजी की वजह से निवेशक गोल्ड ईटीएफ में और निवेश कर सकते हैं।
अर्थलाभ डॉटकॉम के आंकड़ों के मुताबिक आईसीआईसीआई म्यूचुअल फंड के बाद रिलायंस निपपोन म्यूचुअल फंड 73.47 फीसदी के साथ दूसरे क्रम पर है
मल्टीकैप के आंकड़े बताते हैं कि अगर किसी ने 10 हजार रुपए मासिक का एसआईपी किया होगा तो वह 15 साल में बढ़कर 55,08,141.63 रुपए हो गया, जबकि कुल निवेश 18 लाख रुपए से कुछ अधिक का रहा है।
यूचुअल फंड हाउस मैनेजर्स का मानना है कि ये फंड जिस तरह से यील्ड टू मैच्योरिटी (वाईटीएम) और रेपो रेट के बीच फैले होते हैं, उससे रेपो रेट घटने के समय एक आकर्षक प्रवेश का अवसर पैदा होता है
इस फंड में निवेशकों को निवेश करते समय दो बातें ध्यान में रखनी चाहिए, जिससे जोखिम कम हो सके। एक तो ऐसी स्कीमों को देखना चाहिए जो ज्यादा प्रतिभूतियों में निवेश करती हों और दूसरा ऐसी स्कीमें जो ज्यादा विविधीकृत हों।
यह फंड ओपेन एंडेड इक्विटी स्कीम है जो एमएनसी थीम का पालन करती है और इसका उद्देश्य भारतीय और वैश्विक बहुराष्ट्रीय कंपनियां जो भारतीय बाजार में सूचीबद्ध हैं, से लाभ कमाना है।
सोना (Gold) में निवेश इस साल फायदे का सौदा हो सकता है। आप गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड ETF, गोल्ड फ्यूचर्स, स्पॉट गोल्ड और ज्वैलरी में निवेश करके पोर्टफोलियो बना सकते हैं।
मल्टीकैप में अगर सबसे बेहतर नाम की बात करें तो आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टीकैप फंड पहले आता है, जिसका बेहतर प्रदर्शन का रिकॉर्ड है।
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