एनसीपी के मुंबई सम्मेलन के दौरान जितेंद्र आव्हाड ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि आज लगता है कि रामनवमी और हनुमान जयंती जैसे त्यौहार दंगों के लिए मनाए जाते हैं।
अजित पवार ने खुलासा किया कि 2004 में जब एनसीपी ने गठबंधन की अपनी सहयोगी कांग्रेस से ज्यादा सीटें जीती थीं, तो उस वक्त उनके सहकर्मी दिवंगत आर आर पाटिल मुख्यमंत्री बन सकते थे, लेकिन दिल्ली से एक संदेश आया कि उनकी पार्टी को उपमुख्यमंत्री पद मिलेगा।
अजित पवार को यह उम्मीद थी की पार्टी के 53 विधायकों में से 35 से ज्यादा विधायक उनके साथ जुड़ जाएंगे लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो पाए। सूत्रों के मुताबिक अजित पवार ने खुद विधायकों से बात भी की थी।
अजित पवार के एनसीपी से बगावत करने को लेकर तमाम चर्चाएं हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या अजित पवार बगावत करने वाले हैं? क्या 40 विधायकों के साथ अजित पवार महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार में शामिल हो जाएंगे? क्या अजित पवार महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के लिए शरद पवार को धोखा देंगे?
महाराष्ट्र में सियासी भूचाल तेज है। एनसीपी के नेता अजित पवार के बीजेपी में जाने की संभावना को लेकर अटकलबाजी तेज है। अजित पवार ने इस बीच बड़ा बयान दिया है। जानें पल-पल की खबर
एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने एक बयान देकर महाराष्ट्र की सियासत में खलबली ला दी है। सुले ने कहा है कि आने वाले 15 दिनों में दो बड़े राजनीतिक विस्फोट होने वाले हैं।
महाविकास आघाड़ी के सूत्रों ने बताया कि सही समय आने पर ये विधायक बीजेपी में शामिल होने को लेकर फैसला लेंगे। कल नागपुर की रैली के लिए महाविकास आघाड़ी के सभी नेता इकट्ठा हुए थे।
ईडी ने जुलाई 2021 में अजीत पवार और उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार से जुड़ी एक चीनी मिल को कुर्क किया था। हालांकि, अब ईडी ने चार्जशीट दोनों को आरोपी के तौर पर नामित नहीं किया है।
Aam Aadmi Party Become National Party: चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी और शरद पवार को बड़ा झटका दिया है. तो आम आदमी पार्टी के हक में फैसला दिया है. चुनाव आयोग ने टीएमसी और एनसीपी से नेशनल पार्टी का स्टेटस छीन लिया है.
तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी और सीपीआई को बड़ा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने इनसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया है। वहीं केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है।
पिछले हफ्ते से शरद पवार की एनसीपी लगातार प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी को लेकर नरम रुख अपना रही है। अडानी-जेपीसी विवाद के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी के डिग्री विवाद पर भी शरद पवार ने दो टूक राय रखते हुए इसे गैर जरूरी बता दिया। पवार के इस बयान के बाद विपक्ष में विवाद पैदा हो सकता है।
शरद पवार के बयान के बाद उनके भतीजे अजीत पवार आज दोपहर से पुणे के एक कार्यक्रम के बाद ‘नॉट रिचेबल’ हो गए जिससे अटकलें और तेज हो गईं।
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि देश की आजादी के लिए सावरकर के बलिदान को नहीं भुलाया जा सकता। उन्होनें कहा कि सावरकर के मामले को राष्ट्रीय मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। अडानी मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की कमिटी को शरद पवार ने ज्यादा असरदार बताया।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को बैठक की। यह बैठक मुख्य रूप से कांग्रेस और शिवसेना पार्टी के बीच की कलह को शांत करने के लिए थी।
NCP सांसद मोहम्मद फैजल और अन्य लोगों पर आरोप था कि उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. एम. सईद के दामाद पदनाथ सालिह पर तब हमला किया जब वे 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान एक राजनीतिक मुद्दे पर हस्तक्षेप करने के लिए उनके पड़ोस में पहुंचे थे।
पिछले कुछ महीनों से महाराष्ट्र में हिंदुत्व की सियासत लगातार जोर पकड़ती जा रही है। कभी लव जिहाद तो कभी लैंड जिहाद पर सियासत होती रहती है, लेकिन अब शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने सनातन धर्म के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है।
ऐसी आवाजें उठ रही हैं कि बीजेपी का विरोध करनेवाली पार्टी नागालैंड में कैसे उस सरकार का समर्थन करने जा रही है जिसमें बीजेपी शामिल है।
जावेद का आरोप है कि नाम बदलने में एनसीपी की अहम भूमिका थी। एनसीपी ने भी नाम बदलने का समर्थन किया था जबकि इस तरह का समर्थन नहीं करना चाहिए था।
एनसीपी विधायक सरोज ने 30 सितंबर को ही बच्चे को जन्म दिया है। मीडिया से बातचीत में 37 वर्षीय विधायक अहिरे ने कहा था, मैं मां भी हूं और विधायक भी हूं। ये दोनों कर्तव्य महत्वपूर्ण हैं, इसलिए मैं अपने बच्चे को यहां लेकर आई हूं।
पवार ने मध्यावधि चुनाव पर उद्धव ठाकरे के बयान पर अपनी राय रखते हुए कहा कि 'कल ऊद्धव ठाकरे ने कहा था कि मिड टर्म चुनाव हो सकते हैं, लेकिन मुझे ऐसे लगता नहीं है।
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