माफिया अतीक की धूमनगंज और मारिया डीह सहित तमाम सटे हुए इलाको में गुंडागर्दी आबिद और फराहन के बल पर ही चलती थी लेकिन प्रदेश में योगी सरकार के आने के बाद दोनों भाइयों सहित तमाम गुर्गो पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया था।
संजय कुमार निषाद ने कहा कि देश में कई जगह इस तरह के निर्माण को लेकर पूछे गया सवाल पर उन्होंने कहा कि यह तो हिंदुओं निकम्मेपन का परिणाम है। जब हम अपना घर नहीं बनाएंगे, तब दूसरे लोग तो घर बनाएंगे ही। जब खेत में बीज नहीं बोएंगे तो घास फूस उगेगा ही।
प्रयागराज से दिल दहलाने वाली खबर मिली है। प्रेमी ने प्रेमिका की हत्या कर उसका शव सेप्टिक टैंक में डाल दिया फिर उसपर प्लास्टर चढ़ा दिया। उसके दो दिन बाद शादी रचा ली।
माफिया अतीक अहमद के IS 227 गैंग का सक्रिय सदस्य है एजाज अख्तर। उसका एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसे देखकर जीशान को अपनी हत्या का डर सता रहा है।
बात तब और बिगड़ गई जब उक्त आरोपी सिपाही ने महिला सिपाही पर उसके नवजात बच्चे की भी धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की। इससे महिला सिपाही भड़क गई और अपने बच्चे को लेकर प्रयागराज आ गई।
प्रयागराज में माफियाओं के अवैध साम्राज्य पर योगी सरकार लगातार एक्शन में है। अब पूर्व विधायक विजय मिश्रा का करोड़ों का घर गाजे-बाजे के साथ कुर्क कर दिया गया है। भदोही पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत ये मकान कुर्क किया है।
अतीक अहमद और अशरफ भले ही मिट्टी में मिल चुके हों, लेकिन उनका गैंग अभी भी जिंदा है और उनकी पत्नियां शाइस्ता और जैनब अलग-अलग गैंग्स की कमान संभाल ली है।
प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ के शाही स्नान एवं अन्य आयोजनों की तारीखों का आधिकारिक एलान हो गया है।
माफिया अतीक अहमद की की पत्नी और कई करीबी अभी तक फरार हैं। वहीं दो बेटे जेल में तो दो नाबालिग बेटे बाल सुधार गृह में हैं। हाल ही में अतीक का चालीसवां था, उस दौरान उसकी कब्र पर फुल चढ़ाने वाला तक कोई नहीं था।
कौशांबी के रहने वाले राम सजीवन का आरोप है कि उसके ईंट भट्टे पर मुजफ्फर ने पहले कब्जा कर लिया और एक करोड़ की रंगदारी मांगी। इसके अलावा मुजफ्फर ने उसकी पिटाई भी की। मुजफ्फर सपा से ब्लाक प्रमुख का चुनाव लड़ चुका है।
अतीक और अशरफ की जिंदगी में जिस पुश्तैनी घर पर सैकड़ों का हुजूम मौजूद रहता था वहां आज कोई झांकने तक नहीं पहुंचा है। अतीक अहमद जब जिंदा था तो उसके साथ कभी सैकड़ों तो कभी हजारों की भीड़ पीछे चलती थी।
माफिया अतीक अहमद के नाम पर वकील विजय मिश्रा ने तीन करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी और इसी मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
शाइस्ता परवीन के खिलाफ पहले से ही आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में शामिल होने का आरोप है। पचास हजार की इनामी शाइस्ता परवीन मौजूदा समय में फरार चल रही है।
प्रयागराज में 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस कस्टडी में हुई इस वारदात ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर गंभीर सवाल खड़े किए थे।
माफिया डॉन अतीक अहमद और अशरफ पर हमला करने वाले तीनों शूटर्स का लाई डिटेक्टर और नार्को टेस्ट करवाया जाएगा। हालांकि इस बात की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
उमेश पाल हत्याकांड को लगभग 79 दिन हो चुके हैं लेकिन शाइस्ता परवीन, गुड्डू मुस्लिम अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं। सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर इन दोनों के साथ अन्य शूटरों को STF कब गिरफ्तार करेगी?
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बावजूद उसके गुर्गे अपना काम बेखौफ तरीके से चला रहे हैं और वह जमीन के अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे हैं। इसके अलावा वह पीड़ितों को गवाही बदलने के लिए भी डरा रहे हैं।
अतीक अहमद की संपत्ति को लेकर यूपी सरकार ने स्पेशल टीम बनाई है। जानकारी के मुताबिक, अतीक अहमद की 3 हज़ार करोड़ की संपत्तियों में से 70 फीसदी संपत्ति दूसरों के नाम पर रजिस्टर हैं। जिसे लेकर जांच एजेंसी जांच करने की तैयारी की है।
15 अप्रैल को अतीक अहमद की हत्या के बाद उसके जनाजे में शामिल होने के लिए 16 अप्रैल को शाइस्ता आतिन जफर के घर पर रुकी हुई थी। 2 मई को आतिन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अपनी तरफ से उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद 'The Sajjad Mughal' नाम से बने एक ट्विटर हैंडल से आपत्तिजनक ट्वीट किया गया। इस ट्वीट में अतीक और अशरफ की हत्या का बदला लेने और हिसाब पूरा करने को धमकी दी गई।
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