आजम खान महिलाओं के खिलाफ विवादित बयान देकर बुरे फंस गए हैं। उनके इस बयान को लेकर रामपुर जिले के गंज थाने में महिलाओं ने मामला दर्ज करवाया है।
कांग्रेस ने रामपुर जिले की स्वार सीट से विधायक रह चुके नवाब काजिम अली खां उर्फ नावेद मियां को रामपुर विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थन करने के आरोप में बृहस्पतिवार को पार्टी से छह साल के लिये निष्कासित कर दिया गया।
आजम खान ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, उसने कहा कि अब्दुल (मुसलमान तबका) अब दरी नहीं बिछाएगा और यह कह कर वो मेरा साथ छोड़ कर चला गया। वह जब आया था तब मैंने उसके लिए ‘रेड कारपेट’ बिछाया था।
सपा नेता आजम खान ने कहा कि उपचुनाव में वोट डालने से रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मेरी पत्नी और रामपुर की पूर्व सांसद तंजीन फातिमा को भी धमकी दी और उनके लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया।
विधानसभा चुनावों के बाद फ़साहत अली खान ने कहा कहा था कि, अब्दुल ही दरी बिछाएगा। अब्दुल ही वोट देगा। अब्दुल ही जेल जाएगा। अब्दुल का ही घर टूटेगा, लेकिन मुख्यमंत्री बनेंगे अखिलेश जी, नेता प्रतिपक्ष बनेंगे अखिलेश जी। अब अखिलेश जी को उनके कपड़ों से भी बदबू आती है।
मशहूर उद्योगपति बीके मोदी उत्तर प्रदेश के रामपुर में नए प्लान के साथ उद्योग स्थापित करना चाहते हैं। इस पहल से निश्चित रूप से युवाओं को रोजगार मिलेगा।
सपा नेता आजम खान के सितारे गर्दिश में चल रहे हैं। कभी यूपी के मंत्री और सूबे की सियासत की शतरंज के माहिर खिलाड़ी आजम खान की विधायकी रद्द होने के बाद अब वोटर लिस्ट से भी उनका नाम कट गया है। वे अब रामपुर उपचुनाव में वोट भी नहीं डाल सकेंगे।
आसिम रज़ा पिछले महीने सपा के टिकट पर रामपुर लोकसभा उपचुनाव भी लड़े थे, भाजपा प्रत्याशी घनश्याम लोधी ने आसिम रज़ा को भारी मतों से हरा दिया था। उस वक्त मिली हार के बाद भी आसिम रज़ा पर पार्टी ने एक बार फिर दांव लगाया है।
बीजेपी 2024 के हिसाब से यादव लैंड कहे जाने वाले इन क्षेत्रों पर काफी दिन से काम कर रही है। इसी वजह से उसने पहले एटा से हरनाथ यादव को राज्यसभा भेजने के बाद सुभाष यदुवंश को युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया था। फिर एमएलसी बनाकर इस वोट बैंक को अपनी ओर खींचने कोशिश में लगी है।
समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान को हेट स्पीच मामले में कोर्ट से झटका लगा है। अपर जिला एवं सत्र न्यायालय एमपी एमएलए सेशन कोर्ट में आजम खान की तरह से स्टे एप्लीकेशन दायर की गई थी। इसे कोर्ट ने खारि कर दिया। साथ ही उनकी विधानसभा वाली सदस्यता भी रद्द कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी उपचुनाव समाजवादी पार्टी (SP) और राष्ट्रीय लोकदल (RLD) साथ मिलकर लड़ेंगे। इसकी जानकारी सपा ने ट्वीट कर दी है।
उत्तर प्रदेश की एक लोकसभा और 2 विधानसभा सीटों पर 5 दिसंबर को उपचुनाव होना है। इन चुनावों में एक तरफ बीजेपी जहां सूबे में अपनी सियासी पकड़ को और मजबूत करना चाहेगी, वहीं विपक्ष इन सीटों को जीतकर अपनी वापसी का ऐलान करना चाहेगा।
चुनाव आयोग ने देश के कई राज्यों में उपचुनाव कराने के लिए तारीखों का ऐलान किया है। उत्तर प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, बिहार और छत्तीसगढ़ में उपचुनाव कराए जाएंगे। यूपी में मैनपुरी लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव है, जहां से मुलायम सिंह लोकसभा सांसद थे और उनके निधन के बाद वहां की संसदीय सीट रिक्त है।
आजम खान ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान मिलक कोतवाली क्षेत्र के खातानगरिया गांव में एक जनसभा को संबोधित किया था। उन पर आरोप है कि जनसभा में उन्होंने भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके बाद मुकदमा दर्ज किया गया था।
Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के राजनीतिक वातावरण में गर्मी चरम पर है। नेताओं के बीच जुबानी जंग तीखी होती जा रही है। एक तरफ जहां सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजम खान के गढ़ में उन पर जम कर जुबानी हमले किए, तो वहीं अब उन हमलों पर आजम खान ने भी खुल कर पलटवार किया है।
UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन्होंने अपने स्वार्थ के लिए रामपुर का शोषण किया वे आखिरकार इसका परिणाम भुगत रहे हैं।
ये धमकी भरी चिट्ठी अनवा गांव में रहने वाले भानु प्रताप सिंह और कुलदीप सिंह दो सगे भाइयों के घर में मिली थी। पुलिस ने बताया कि इस चिट्ठी को बड़े शातिर तरीके से भानुप्रताप सिंह के लड़के अवनेश ने प्लांट की थी।
UP News: उत्तर प्रदेश के रामपुर शाहबाद क्षेत्र के अनुभव गांव में रहने वाले चार हिंदू परिवारों को जान से मारने की धमकी भरी चिट्ठी मिली है। यह चिट्ठी उर्दू, अरबी और अंग्रेजी भाषा में लिखी गई है। चिट्ठी के ऊपर ISIS का भी नाम है। चिट्ठी मिलने के बाद परिवारों में दहशत का माहौल है।
आजमगढ़ की सीट पर निरहुआ को निश्चित तौर पर मुकाबले के त्रिकोणीय होने का फायदा मिला।
ये जीत बीजेपी के लिए इसिलए अहम है क्योंकि रामपुर लोकसभा में कुल 16 लाख से ज्यादा वोटर्स हैं। मुस्लिम आबादी 50 फीसदी से ज्यादा है और हिंदु 46 फीसदी के आसपास हैं।
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