Adani Group Share: अडाणी समूह की ओर से ग्रुप कंपनियों की वित्तीय सेहत को लेकर भरोसा दिए जाने के बाद भी शेयरों में बिकवाली थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में ये खबर हैरान करने वाली है।
Indian Stock Market: समय बीता, हालात बदले और बाजी वापस से भारत के पाले में आ गई। यानि कि भारत ने फिर फ्रांस को मात दे दिया और टॉप-5 की रैंकिंग वापस से हासिल कर ली। आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों हुआ था? और इसमें बदलाव कैसे हुआ?
Share Market opening: भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता हफ्ता हिचकोलों से भरा हुआ था। अडानी समूह की कंपनियों की पिटाई, विदेशी निवेशकों की जबर्दस्त बिकवाली और रिजर्व बैंक की पॉलिसी के चलते शेयर बाजार का मूड पूरे हफ्ते बनता और बिगड़ता रहा।
Share Market Today: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जनवरी में भारतीय शेयर बाजारों से 28,852 करोड़ रुपये निकाले हैं। यह पिछले सात माह का एफपीआई निकासी का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है।
Share Market This Week: इस हफ्ते दुनियाभर में मंदी को लेकर चल रहे संकट के बीच भारतीय बाजार की निगाह मुख्य रूप से दो बातों पर टिकी रहेगी। यही तय करेगी कि आगे शेयर बाजार की दिशा क्या होगी?
Adani Group share Falling: कई लोगों को लगता है कि बाजार में अडानी ग्रुप के शेयर प्राइस गिरने के चलते उथल-पुथल मची हुई है। जबकि इसके पीछे का एक और कारण है, जिसके जिम्मेदार विदेशी लोग हैं। इस रिपोर्ट में इसी के बारे में खुलासा किया गया है।
Stock Market For Investor: यह हफ्ता अडानी ग्रुप से लेकर निवेशकों के लिए काफी अच्छा नहीं रहा है। हालांकि इस दौरान कुछ लोगों ने अच्छी कमाई दर्ज की है। आपको जानकर हैरानी होगी कि रिलायंस इंडस्ट्रीज भी घाटे में रही है।
भारतीय शेयर बाजार में पिछले दो दिनों से जारी तेजी पर आज ब्रेक लग गया है। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 144.02 अंक टूटकर 60,834.73 अंक पर खुला, साथ ही एनएसई निफ्टी में भी कमजोरी देखने को मिली है
आज फिर से शेयर बाजार में गिरावट देखी गई है। यह दो दिनों से जारी है। बजट से पहले बाजार में आई ऐसी गिरावट क्या संकेत दे रही है? क्या कहते हैं पिछले 10 साल के आंकड़े? आज की स्टोरी में हम इस पर नजर डालेंगे।
साल की शुरुआत के साथ ही भारतीय शेयर बाजार के लिए कुछ अच्छी तो कुछ बूरी खबर लगातार आ रही है। ऐसे में इस रिपोर्ट ने निवेशकों के लिए एक राहत भरी जानकारी दी है।
भारतीय बाजार में यह गिरावट वैश्विक बाजार में बिकवाली के दबाव में आई है। आज मार्केट में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है।
साल के आखिरी कारोबारी दिन मार्केट धड़ाम से नीचे आ गिरा था। सेंसेक्स में 300 अंकों की गिरावट आई थी। निफ्टी भी बुरे हाल में बिजनेस कर रहा था। आज मार्केट खुल गया है।
कल शेयर बाजार की शुरुआत तेजी के साथ हुई थी। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में उछाल देखा गया था। कल कई शेयर फायदे में रहे थे तो वहीं कुछ निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा था।
पिछले सप्ताह सेंसेक्स 1,492.52 अंक या 2.43 प्रतिशत टूटा, जबकि निफ्टी में 462.20 अंक या 2.52 प्रतिशत की गिरावट आई थी। इस हफ्ते भी मार्केट में अस्थिरता का अनुमान लगाया जा रहा है।
भारतीय शेयर बाजार में आज काफी उथल-पुथल देखने को मिल रहा है। कल भी बाजार में भारी गिरावट देखी गई थी। कोरोना वायरस का नया वेरिएंट BF.7 की दस्तक ने बाजार का मूड खराब कर दिया है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा ने कहा कि किसी भी बड़ी घटना के अभाव में बाजार वैश्विक सूचकांकों, विशेष रूप से अमेरिकी संकेतों से प्रभावित होगा।
अगर आप भी ट्रेडिंग करते हैं या फिर इसके बारे में जानकारी रखने के शौकिन है तो आपको ये खबर जान लेनी चाहिए। RBI ने ट्रेडिंग की टाइमिंग में बड़ा बदलाव किया है।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, एचडीएफसी, डॉ रेड्डीज, बजाज फिनसर्व, इन्फोसिस और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में नुकसान रहा
शेयर मार्केट में हरियाली सभी को पसंद है और मार्केट का टूटना बहुत लोगों को नापसंद। जो लोग गिरते मार्केट में सही mutual fund या शेयर को चुनते हैं असली बाजीगर वही होते हैं। जानिए आप कैसे अच्छी कमाई कर सकते हैं?
Intraday Trading: आज के समय में बढ़ते डिजिटलाइजेशन के साथ शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले ग्राहकों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। नए युवा इसे लेकर काफी उत्साहित नजर आते हैं। कई तो इंट्राडे ट्रेडिंग को लेकर काफी पॉजिटव नजर आते हैं।
संपादक की पसंद