शिवराज सिंह चौहान जनता के साथ जिस तरह कनेक्ट रहते हैं, उसका असर उनकी राजनीतिक पारी पर भी दिखाई पड़ता है। वह राज्य में 4 बार सीएम पद पर रह चुके हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि उन्होंने जनता के साथ एक भरोसे का रिश्ता कायम किया है।
मध्यप्रदेश की राजनीति में यह चुनाव परिणाम लंबे समय तक याद रखा जाएगा। इस परिणाम ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर कांग्रेस जो जीत की जोरदार ताल ठोक रही थी, उसे इतनी बुरी हार कैसे मिली? कारण चौंकाने वाले हैं।
तीन राज्यों में बीजेपी प्रचंड जीत की ओर बढ़ गई है। रुझानों के मुताबिक तो मध्यप्रदेश में तो प्रचंड बहुमत के साथ बीजेपी फिर सत्ता में आ रही है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि एमपी का सीएम कौन होगा? कुछ नाम चौंकाने वाले सामने आए हैं। जानिए क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट?
आखिरकार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी का 'कमल' खिल गया। कांग्रेस की तमाम मशक्कतों के बावजूद रुझानों में बीजेपी को स्पष्ट यानी प्रचंड बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। जानिए वो 5 बड़े फैक्टर, जिन्होंने बीजेपी को सूबे का सिरमौर बना दिया। इनमें से एक फैक्टर तो 'मास्टरस्ट्रोक' साबित हुआ।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आज साफ हो जाएंगे। किस पार्टी के हाथों में राज्य की कमान होगी इसका फैसला आज जनता के मतों की गिनती के बाद तय हो जाएगा। इसी बीच कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बड़ा दावा किया है और उनका साफ कहना है कि शिवराज सिंह चौहान की विदाई तय है।
जब सिंधिया पर कमलनाथ को सीएम बनने के लिए 2018 में कांग्रेस हाईकमान ने तरजीह दी थी, तभी इस 'पोलिटिकल ड्रामे' की पटकथा लिखना शुरू हो गई थी। 15 महीने के बाद जानिए किस 'बाजीगरी' से 2020 में शिवराज फिर सूबे के सिरमौर बन गए?
मध्य प्रदेश प्रदेश की 230 विधासभा सीटों पर 17 नवंबर को मतदान हुआ था और 3 दिसंबर को यहां के चुनाव नतीजे घोषित होंगे। इससे पहले इंडिया टीवी-CNX के एग्जिट पोल में भाजपा की जीत को लेकर बड़ा संकेत दिखा है।
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों के लिए आज एक ही चरण में मतदान हो रहे हैं। मतदान से पहले सीएम शिवराज मां नर्मदा की पूजा करने पहुंचे। यहां उन्होंने विपक्षियों पर जमकर निशाना साधा।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी, सीएम शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शिवराज तो एक्टिंग के मामले में अमिताभ बच्चन से भी आगे हैं।
सीएम शिवराज ने राजगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि 12वीं 60 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले छात्रों को लैपटॉप दिए जाएंगे। साथ ही तीन टॉपरों को स्कूटी देने का भी उन्होंने वादा किया।
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव का आयोजन 17 नवंबर को एक ही चरण में किया जाएगा। जीत के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्यभर में यात्राएं कर रहे हैं। इसी सिलसिले में वह राजगढ़ पहुंचे थे जहां एक महिला उनकी गाड़ी के आगे आ गई।
मध्य प्रदेश में मतदान की तारीख नजदीक आती जा रही है। इस बार प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कांटें की टक्कर मानी जा रही है। मतदान से पहले NDIA TV-CNX के फाइनल ओपिनियन पोल में जानिए कि प्रदेश के चंबल इलाके में कौन मार रहा है बाजी-
मध्य प्रदेश में इस महीने की 17 तारीख को वोटिंग होगी। चुनाव से पहले कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही राज्य की जनता से कई बड़े वादे किए हैं। हालांकि, अब सीएम शिवराज ने कांग्रेस के कमलनाथ मॉडल पर कड़ा निशाना साधा है।
चुनावी सरगर्मियों के बीच नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों दलों के नेता एक-दूसरे पर जमकर हमले बोल रहे हैं। इसी क्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेताओं पर हमला बोला है।
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी। इसके परिणाम 3 दिसंबर को जारी किए जाएंगे। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल जमकर चुनाव की तैयारी कर रहे हैं और एक-दूसरे पर निशाना भी साध रहे हैं।
सीहोर जिले में आने वाले इस कस्बे में मुख्यमंत्री जाने से डरते हैं। माना जाता है कि यह जो भी सीएम जाता है वह दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बन पाता है। इसी डर की वजह से शिवराज सिंह यहां जाने से बचते रहे।
प्रदेश विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच मुख्य लड़ाई मानी जा रही है। चुनाव से पहले सीएम शिवराज सिंह ने बीजेपी की चुनावी रणनीतियों का खुलासा इंडिया टीवी चुनाव मंच पर किया।
मध्य प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने इंडिया टीवी चुनाव मंच पर विधानसभा चुनावों में अपने केंद्रीय मंत्री और सांसदों को टिकट देने की रणनीति पर बड़ा खुलासा किया।
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनावों के लिए मतदान होगा। वहीं 3 दिसंबर को मतगणना होगी और परिणाम का ऐलान होगा। 3 दिसंबर को तय हो जाएगा कि प्रदेश में अगली सरकार किसकी बनेगी।
लोकसभा चुनाव के लिए एक साथ आए विपक्षी पार्टियों की पहली सार्वजनिक रैली भोपाल में होने वाली थी। मगर अब इंडिया गठबंधन की वो रैली रद्द होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गठबंधन पर निशाना साधा है।
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