वैश्विक बाजारों में सोना तेजी के साथ 1,952 डॉलर प्रति औंस हो गया। जबकि चांदी की कीमत गिरावट के साथ 22.94 डॉलर प्रति औंस रह गयी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा कि कीमती धातु में तेजी को पश्चिम एशिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव से बल मिला है।
सोने और चांदी की कीमत में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। दोनों कीमती धातु सात महीने के निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। अगर आप सोने या चांदी खरीदना चाहते हैं तो क्या यह सही समय है या अभी और इंतजार करना सही होगा?
मजबूत अमेरिकी वृहद आर्थिक आंकड़ों के कारण जिंस बाजार में सोने में गिरावट आई। बेहतर आंकड़ों से यह संभावना जताई जा रही है कि फेडरल रिजर्व नीतिगत दर मामले में लंबे समय के लिए आक्रामक रुख अपना सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तेजी के साथ 1,927 डॉलर प्रति औंस हो गया। चांदी की कीमत चढ़कर 23.10 डॉलर प्रति औंस हो गई। मजबूत हाजिर मांग के बीच सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे वायदा कारोबार में सोमवार को सोने की कीमत 182 रुपये की तेजी के साथ 59,175 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गयी।
चांदी (silver) 5 दिसंबर 2023 के वायदा कारोबार के लिए 72,390 रुपये प्रति किलोग्राम के रेट पर ट्रेड करती दिखी।
2023 की शुरुआत में, चांदी का प्रदर्शन मजबूत रहा, पहले चार महीनों में लगभग 11 प्रतिशत की बढ़त हुई और कुल मिलाकर 6 प्रतिशत की बढ़त बरकरार रही।
इंटरनेशनल ट्रेड में सोना लुढ़क कर 1,915 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर आ गया वहीं चांदी भी 24.10 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस कारोबार कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोना गिरावट के साथ 1,966 डॉलर प्रति औंस रह गया, जबकि चांदी गिरावट के साथ 24.80 डॉलर पर रही।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज में वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि सोने और चांदी की कीमत में तेजी का दौर जारी रहने वाला है।
विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 1,910 डॉलर प्रति औंस रहा। चांदी भी गिरावट के साथ 22.75 डॉलर प्रति औंस पर आ गयी।
सर्राफा बाजार के जानकारों का कहना है कि सोने की कीमत में तेजी तब आती है जब वैश्विक अनिश्चितता का महौल होता है। अब दुनियाभर में ऐसी कोई स्थिति नहीं है।
भारतीय बाजार में अभी मांग की कमी है। शादियों का सीजन निपट जाने से मांग कम हुई है। वहीं, अमेरिकी फेड के फैसले ने सोने और चांदी पर असर डाला है।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वीपी अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि अभी सोने और चांदी की कीमत में और गिरावट आएगी।
विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 1,950 डॉलर प्रति औंस रह गया। चांदी भी गिरावट के साथ 23.85 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।
कमजोर हाजिर मांग के बीच सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया जिससे वायदा कारोबार में मंगलवार को सोने की कीमत 11 रुपये की गिरावट के साथ 59,837 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी।
हालांकि, बीते वित्त वर्ष में चांदी का आयात 6.12 प्रतिशत बढ़कर 5.29 अरब डॉलर पर पहुंच गया। सोने के आयात में भारी गिरावट के बावजूद देश के व्यापार घाटे को कम करने में मदद नहीं मिली है।
भारत में, शादी विवाह के मौसम की मांग के कारण कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रही हैं। सोना एक सुरक्षित ठिकाना माना जाता है और अक्सर अनिश्चितता और मंदी, अर्थव्यवस्था में मंदी के समय में निवेश को आकर्षित करता है।
कमजोर हाजिर मांग के बीच सटोरियों द्वारा अपने सौदों का आकार घटाने से वायदा कारोबार में शुक्रवार को सोने की कीमत 141 रुपये घटकर 60,175 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तेजी के साथ 2,009 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि चांदी भी बढ़त के साथ 25.55 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।
सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप सोना निवेश के लिए खरीदना चाहते हैं तो इंतजार करें। सोने की कीमत रिकाॅर्ड हाई पर पहुंच गई है। ऐसे में आने वाले समय में इसमें करेक्शन आ सकती है।
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