विवेकानंद हिन्दुस्तान के एक ऐसे संन्यासी रहे हैं, जिनके संदेश आज भी लोगों को उनका अनुसरण करने को मजबूर कर देते हैं लेकिन उनके जीवन से जुड़ी एक घटना शायद आप नहीं जानते होंगे।
दुनिया के सबसे बड़े यूथ आईकॉन एवं महान आध्यात्मिक गुरू स्वामी विवेकानंद की आज जयंती है। 12 जनवरी 1863 को उनका जन्म कलकत्ता में हुआ था। लेकिन क्या आपको पता है कि वो सन्यासी कैसे बन गए और किसने उन्हें स्वामी विवेकानंद का नाम दिया।
अमोघ लीला दास इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISCON) से जुड़े हुए हैं। विवेकानंद पर उनके बयान के बाद जब विरोध शुरू हुआ तब इस्कॉन ने उनपर महीने भर का प्रतिबंध लगा दिया था।
अमेरिकी तीर्थयात्रियों ने बताया कि यह एक ऐसा अनुभव है जिसे हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि पहाड़ों और पवित्र गुफा के अंदर उन्होंने जिस प्रकार की शांति का अनुभव किया, वह अनोखी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले सरकार के दौर में जहां भारत दुनिया की टॉप 10 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल था, वहीं अब यह टॉप 5 में आ गया है।
आज स्वामी विवेकानंद की 160वीं जयंती है और आज उनकी जयंती के मौके पर देश में National Youth Festival का शुभारंभ होने जा रहा है। PM Modi कर्नाटक के ट्विन सिटी हुबली और धारवाड़ में 26वें यूथ फेस्टिवल का उद्घाटन करेंगे। #pmmodi #pmmodilive
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद को सनातन संस्कृति व भारतीय अध्यात्म परंपरा को वैश्विक क्षितिज पर पुनर्स्थापित करने वाले महान संन्यासी के रूप में याद किया है।
स्वामी विवेकानंद हिन्दुस्तान के एक ऐसे संन्यासी रहे हैं, जिनके संदेश आज भी लोगों को उनका अनुसरण करने को मजबूर कर देते हैं लेकिन उनके जीवन से जुड़ी एक घटना शायद आप नहीं जानते होंगे।
अमेरिका के शिकागो में सन् 1893 में आयोजित विश्व धर्म संसद में दुनिया के सभी धर्मों के प्रतिनिधी आए थे और स्वामी विवेकानंद इसमें सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। स्वामीजी ने ऐसा यादगार भाषण दिया कि भारत की अतुल्य अध्यात्मिक विरासत और ज्ञान का डंका बज गया।
इस वर्ष, राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन 12 से 16 जनवरी तक कर्नाटक के हुबली में कर्नाटक सरकार के सहयोग से केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है। आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
स्वामी विवेकानंद के विचारों को पीएम नरेंद्र मोदी भी काफी अहमियत देते हैं और अपने भाषणों में उनका जिक्र करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रबुद्ध भारत की पत्रिका के 125वें वार्षिकोत्सव में बोलते हुए रविवार को कहा कि अगर गरीब बैंकों तक नहीं पहुंच सकते तो बैंकों को गरीबों तक पहुंचाया जाए।
, कंगना ने अपनी अगली फिल्म 'धाकड़' की तैयारी शुरू कर दी हैं, वहीं उन्हें 'थलाइवी' और 'तेजस' में देखा जाएगा।
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने स्वामी विवेकानंद जयंती के मौके पर उनके सिद्धांतों के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंन्द उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा है।
हिंदू धर्म औऱ आध्यात्म की आधुनिक और प्रेरणादायी व्याख्या करने में स्वामी विवेकानंद का अहम योगदान है। स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणादायक हैं।
आज हर कोई अपनी विचारधारा पर गर्व करता है। ये स्वाभाविक भी है। लेकिन फिर भी, हमारी विचारधारा राष्ट्रहित के विषयों में, राष्ट्र के साथ नजर आनी चाहिए, राष्ट्र के खिलाफ कतई नहीं।
मैं कामना करता हूं कि जेएनयू में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा सभी को प्रेरित और उत्साहित करेगी। मुझे उम्मीद है कि यह प्रतिमा साहस और करुणा पैदा करती है जिसे स्वामी जी हर किसी में देखना चाहते थे: पीएम नरेंद्र मोदी
हमारे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बहुत नुकसान पहुंचाने वाली एक चीज राष्ट्र की हित से ज्यादा अपनी विचारधारा को प्राथमिकता दे रही है: पीएम नरेंद्र मोदी
स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर लता मंगेशकर और कंगना रनौत ने उन्हें याद किया है।
तेज बुद्धि के धनी स्वामी विवेकानंद ने जिंदगी में ऊर्जा भरने वाले वाले कुछ विचार व्यक्त किए हैं। ये विचार युवाओं में जोश भरने के लिए काफी हैं।
संपादक की पसंद