कश्मीर के नेता फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने तालिबान की तारीफ की है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि उन्हें तालिबान से अच्छी सरकार की उम्मीद है।
आतंकी मुल्ला हसन अखुंद की लीडरशिप में बनाया गया ये कैबिनेट 33 आतंकियों का है, जिसमें 30 मंत्री पश्तून समुदाय के हैं। हक्कानी नेटवर्क से 4 आतंकियों को मंत्री बनाया गया है जबकि हजारा समुदाय को मौका नहीं मिला है।
अफगानिस्तान में आखिरकार तालिबान की सरकार का गठन हो गया। इस कैबिनेट जहां मुल्ला हसन अखुंद प्रधानमंत्री होंगे वहीं उनके साथ-साथ दो उपप्रधानमंत्री भी होंगे। देखिए पूरी रिपोर्ट।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर 15 अगस्त को कब्जा करने के करीब तीन सप्ताह बाद मंगलवार को तालिबान ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया। तालिबान ने मंगलवार को कार्यवाहक सरकार के मंत्रिमंडल की घोषणा करते हुए मुल्ला हसन अखुंद को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। मंत्रिमंडल में अमेरिका नीत गठबंधन और अफगान सरकार के सहयोगियों के खिलाफ 20 साल तक चली जंग में दबदबा रखने वाली तालिबान की शीर्ष हस्तियों को शामिल किया गया है।
इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को रिपब्लिकन सांसदों के उन दावों को खारिज किया जिसमें कहा गया था कि अमेरिका द्वारा सैनिकों और राजनयिकों को निकालने के बाद मजार-ए-शरीफ में बंधक जैसी स्थिति है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर 15 अगस्त को कब्जा करने के करीब तीन सप्ताह बाद मंगलवार को तालिबान ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया। तालिबान ने मुल्ला हसन अखुंद को नई सरकार में प्रधानमंत्री बनाने का ऐलान किया है।
तालिबान ने मंगलवार को कार्यवाहक सरकार के मंत्रिमंडल की घोषणा करते हुए मुल्ला हसन अखुंद को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर 15 अगस्त को कब्जा करने के करीब तीन सप्ताह बाद मंगलवार को तालिबान ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया। तालिबान ने मुल्ला हसन अखुंद को नई सरकार में प्रधानमंत्री बनाने का ऐलान किया है। इसके साथ ही, मुल्ला बरादर को उप प्रधानमंत्री बनाने की घोषणा की गई है।
पिछले महीने जब काबुल जेल पर तालिबान ने कब्जा किया था, उसने तहरीक-ए-तालिबान के 2300 आतंकवादियों को काबुल जेल से रिहा कर दिया था, जो एक बार फिर से पाकिस्तान में घुस रहे हैं।
करनाल जिला सचिवालय का घेराव करते हुए किसानों ने पक्का मोर्चा जमा लिया है। वहीं खाना, पानी और कपड़े मंगवाए हैं। लंबे संघर्ष की तैयारी है। राकेश टिकैत का कहना है कि न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा।
गौरतलब है कि पंजशीर अफगानिस्तान का सबसे छोटा सूबा है लेकिन अब तक वो तालिबान के आगे नहीं झुका था। बात सिर्फ इस बार की नहीं है पिछले तालिबान के शासन में भी पंजशीर आजाद रहा था।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर 15 अगस्त को कब्जा करने के करीब तीन सप्ताह बाद मंगलवार को तालिबान ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया।
अफगानिस्तान और तालिबान को जानने वाले लोग बताते हैं कि जो भी सरकार बनेगी वह ज्यादा दिन तक चल नहीं पाएगी।
बता दें कि पिछले महीने काबुल पर कब्जे के बाद से खबरे आ रही हैं कि तालिबान पत्रकारों की पिटाई कर रहा है और उन्हें धमकी दे रहा है।
मुल्ला हसन वर्तमान में तालिबान की निर्णय लेने वाली शक्तिशाली इकाई रहबरी शूरा या नेतृत्व परिषद का प्रमुख है, जो शीर्ष नेता के अनुमोदन के अधीन समूह के सभी मामलों पर सरकारी मंत्रिमंडल की तरह कार्य करता है।
पाकिस्तान के खिलाफ फूटा अफगानियों का गुस्सा, दरअसल पंजशीर में हुए पाकिस्तानी हमले से नाराज लोगों ने पाकिस्तान की एंबेसी के बाहर जबरदस्त नारेबाजी करते पाकिस्तान के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया
मंगलवार को जब अफगानिस्तान में पाकिस्तान तथा तालिबान के विरोध में प्रदर्शन हो रहे थे तो उस समय Tolo News का कैमरामैन अपने कैमरे से उसे कवर कर रहा था
तालिबान जहां कल तक पंजशीर पर कब्ज़े की बात कह रहा था, वहीं अब खबर आ रही है कि संगठन ने कल बड़ा नुक्सान सहा है। आधी रात नॉर्थेर्न अलायन्स ने पंजशीर में तालिबान के पांच ठिकानों पर हवाई फायरिंग की है।
इससे पहले तालिबान ने अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत पर कब्जे का दावा किया था । गवर्नर हाउस पर झंडा लगाते एक वीडियो भी जारी किया गया था लेकिन 24 घंटे के अंदर तालिबान पर बड़े हमले की खबर है
तालिबान ने कहा है कि उसका पंजशीर क्षेत्र पर कब्जा हो गया है, लेकिन पंजशीर में तालिबान का विरोध कर रही सेनाओं का नेतृत्व करने वाले नेता अहमद मसूद ने एक ऑडियो मैसेज के जरिए कहा कि तालिबान के साथ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। अहमद मसूद ने ये भी कहा कि पंजशीर में अकेले तालिबान नहीं पाकिस्तान भी जंग लड़ रहा है और वह तालिबान का साथ दे रहा है।
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