दरअसल पीओके में नीलम घाटी के करीब काली घाटी इलाके में एक बड़ा कम्युनिकेशन हब पाकिस्तानी सेना ने बना रखा है। इसका काम भारत में घुसपैठ करने वाले आतंकियों की मदद करना है।
अमुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर से एनकाउंटर की ये पहली खबर आई है।
पुलिस को इस बात की सूचना दी गई है कि वह भीड़भाड़ वाले इलाकों, होटल, बस स्टेशन पर जांच अभियान चलाए। साथ ही पुलिस को यह भी निर्देश दिया गया है कि खास इलाकों में चेकप्वाइंट बनाए और हर संदिग्ध गाड़ी और व्यक्ति पर नजर रखे, साथ ही उनसे पूछताछ करें।
खुफिया रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि जेईएम, एलईटी और तालिबान के लगभग 150 सदस्य कथित तौर पर कोटली के निकट फागूश और कुंड शिविरों तथा मुजफ्फराबाद क्षेत्र में शवाई नल्लाह और अब्दुल्लाह बिन मसूद शिविरों में इकट्ठे हुए हैं।
बंदियों को लाते समय गाड़ियों की खिड़कियों को भी सुरक्षा के लिहाज से ढक कर रखा गया था। इस संबंध में जब अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।
कश्मीर से करीब 70 आतंकवादियों और पाक समर्थक अलगाववादियों को कश्मीर की जेल से आगरा शिफ्ट किया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने शोपियां के पंडुशन इलाके को घेर लिया है और तलाशी अभियान चला रही है।
आतंकवादियों ने सोमवार को पुलवामा जिले में आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) लगे एक वाहन के जरिए सेना के एक पेट्रोल पंप को भी निशाना बनाया था। विस्फोट में नौ जवान और दो नागरिक घायल हो गए। उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गौरतलब है कि सोमवार को जिले में हुई एक अन्य मुठभेड़ में सेना के एक मेजर शहीद हो गये थे। दक्षिण कश्मीर जिले के बिजबेहरा इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में मिली खुफिया सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने आज सुबह घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया।
पुलिस अधिकारी ने बुधवार को बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की गोपनीय जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने मंगलवार शाम तलाश अभियान शुरू किया था। उन्होंने बताया कि आतंकवादी बच के भाग नहीं पाएं इसके लिए इलाके की घेराबंदी की गई थी।
जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में ‘‘इस्लामिक स्टेट (आईएस) की विचारधारा से प्रेरित’’ दो स्थानीय आतंकवादी मारे गए।
जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार की सुबह सुरक्षाबलों एवं आतंकियों के बीच मुठभेड़ में 2 आतंकी मार गिराए गए।
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘घर में घुसकर मारने’ वाली टिप्पणी की रविवार को आलोचना करते हुए कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ कश्मीर में कार्रवाई हुई थी, न कि यह कार्रवाई पाकिस्तान में हुई थी।
रक्षा सूत्रों के मुताबिक 2019 में 6 जून तक पाकिस्तान की तरफ से कुल 1170 बार सीजफायर का उलंघन किया गया है जबकि 2018 में पूरे वर्ष के दौरान पाकिस्तान ने 1629 बार सीजफायर का उलंघन किया था
मरने वाले आतंकवादियों में अंसार गजवत उल हिंद का जाकिर मूसा भी शामिल है जिसे सुरक्षा बलों ने दक्षिणी कश्मीर के त्राल में 24 घंटे की झड़प के बाद खत्म किया है।
जम्मू और कश्मीर के शोपियां जिले में सोमवार तड़के सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया है।
इस साल के पहले पांच महीने में कश्मीर में 23 विदेशी समेत 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बड़ी संख्या में आतंकवादियों की भर्ती को लेकर है।
माना जा रहा है कि इस इलाके में में 2 से 3 आतंकी छिपे हो सकते हैं। फिलहाल दोनों ओर से गोलीबारी की जा रही है और आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षा बल पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।
पाकिस्तान में आतंकी अक्सर शिया समुदाय के लोगों और उनकी मस्जिदों को निशाना बनाते रहे हैं।
आईएस ने मेसेजिंग ऐप ‘टेलीग्राम’ के जरिए 10 मई को संक्षिप्त बयान में कहा था कि मशीनगनों से लैस इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी कश्मीर के शोपियां जिले के अमशिपुरा गांव में भारतीय सुरक्षा बलों के साथ भिड़ गए थे
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