उषा ने चोपड़ा के साथ अपनी एक तस्वीर पोस्ट की और ट्वीट किया, 37 साल बाद आज मेरे अधूरे सपने को साकार किया। धन्यवाद मेरे बेटे- नीरज।
नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीता, वो गाना गाने लगे और खुशी से नाचने लगे।
नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीतकर भारतीय खेलों में शनिवार का दिन ऐतिहासिक बना दिया जबकि बजरंग पूनिया भी कांस्य पदक जीतने में सफल रहे जिससे भारत ने किसी एक ओलंपिक खेल में सर्वाधिक पदक जीतने का नया रिकार्ड बनाया।
संयुक्त परिवार में रहने वाले नीरज बचपन में काफी मोटे थे और परिवार के दबाव में वजन कम करने के लिए वह खेलों से जुड़े। वह 13 साल की उम्र तक काफी शरारती थे।
भारत ने इस ओलंपिक में 7 मेडल अपने नाम किए और यह भारत का ओलंपिक खेलों में अब तक कब सबसे बेस्ट प्रदर्शन है।
मिल्खा सिंह का सपना था कि वो भारत के किसी भी एथलीट को ओलंपिक गोल्ड जीतते हुए देखें।
2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान एक तरफ जहां नरेंद्र मोदी प्रचार में व्यस्त थे, तो दूसरी तरफ टोक्यो में गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा अस्पताल में बिस्तर पर थे।
नीरज ने कहा, ‘‘एथलेटिक्स में यह हमारा पहला ओलंपिक पदक है। यह मेरे और देश के लिये गर्व का क्षण है। ’’
नीरज के साथ फाइनल में पाकिस्तान के खिलाड़ी आदर्शन नदीम ने भी जगह बनाई थी। नदीम हालांकि 5वें स्थान पर रहे और अपने देश को मेडल नहीं जीता पाए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा को टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने के लिए बधाई दी है।
नीरज चोपड़ा शूटर अभिनव बिंद्रा के बाद इंडिवीजुअल ओलंपिक गोल्ड जीतने वाले देश के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं।
नीरज ने इसी के साथ भारत का एथलेटिक्स में ओलंपिक पदक जीतने का पिछले 100 साल से भी अधिक का इंतजार समाप्त कर दिया।
टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया है। इस ओलंपिक में भारत का यह पहला गोल्ड है।
1920 बेल्जियम ओलंपिक के बाद आज तक किसी भी ट्रैक एंड फील्ड एथलीट ने ओलंपिक मेडल नहीं जीता था।
बजरंग पूनिया ने टोक्यो ओलंपिक 2020 के ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में कजाकिस्तान के पहलवनान को 8-0 से हराकर भारत की झोली में एक और मेडल डाला।
बजरंग पुनिया ने दौलत नियाजबेकोव को हरा कर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
आज सभी देशवासियों की निगाहें भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा पर होंगी और नीरज की नजरें स्वर्ण पदक हासिल करने पर होंगी।
भारतीय टीम ने 2018 एशियाई खेलों में कतर द्वारा सेट किए 3:00.56 समय को तोड़ा।
नीरज ने क्वालीफिकेशन में जिस तरह का प्रदर्शन किया और वह ग्रुप ए में पहले स्थान पर रहे थे, उसके बाद उनसे सोना लाने की संभावना बढ़ गई है।
बजरंग पुनिया अब शनिवार को कांस्य पदक के लिए मुकाबला करेंगे।
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