वास्तु शास्त्र के अनुसार अखंड ज्योति की स्थापना के लिए आग्नेय कोण, यानि दक्षिण-पूर्व दिशा का चुनाव करना सबसे अच्छा माना जाता है।
नवरात्र के हर दिन का एक अलग महत्व होता है और पहले दिन देवी मां की घटस्थापना की जाती है। जानिए वास्तु शास्त्र के अनुसार कलश स्थापना के लिए किस दिशा का चुनाव करना चाहिए?
वास्तु शास्त्र के अनुसार अध्ययन कक्ष के लिए हल्के रंगों का प्रयोग करना बेहतर होता है। ये बच्चों की अध्ययन क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर का निर्माण ईशान कोण में करवाना सबसे अच्छा माना जाता है, लेकिन इस दिशा में मंदिर बनवाते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
लोहार्गल सूर्यकुंड राजस्थान के झुंझुनु जिले में स्थित है। अरावली पर्वत श्रृंखला पर सीकर से लगभग 35 किलोमीटर दूर ये स्थान श्राद्ध कर्म और पिंडदान के लिए विषेश महत्व रखता है।
हम कर्ज ले तो लेते हैं, परंतु उसे चुका नहीं पाते। चाहे कितनी ही कोशिश कर लें, फिर भी कुछ न कुछ चुकाना बाकी ही रह जाता है। इसलिये जानिए कर्ज के बोझ से कैसे बचें।
घर के मुख्य द्वार के सामने किसी भी प्रकार की रुकावट या कोई अवरोध हो तो यह आपके लिए समस्या खड़ी कर सकता है।
गर्भवती महिला के कमरे में या जिनके घर में अभी-अभी नये मेहमान का आगमन हुआ है, उन्हें अपने कमरे में मोर पंख जरूर रखना चाहिए। जानिे अन्य चीजों के बारे में।
दक्षिण-पूर्व दिशा में थोड़ी-बहुत मात्रा में काला रंग करवाने से दक्षिण-पूर्व से जुड़े तत्वों को मदद मिलेगी।
वास्तु शास्त्र में आज जानिए ऑफिस से जुड़ी कुछ बातों के बारे में। पहली बात तो ऑफिस में बॉस का कमरा कभी भी सबसे पहले नहीं होना चाहिए, यानी ऑफिस में घुसते ही बॉस का कमरा नहीं होना चाहिए।
वास्तु शास्त्र में आज जानिए क्या दक्षिण-पूर्व दिशा में पीले रंग का इस्तेमाल किया जा सकता है। दक्षिण-पूर्व दिशा में पीला रंग करवाने से इस दिशा को कोई विशेष लाभ नहीं होगा। इस दिशा में पीला रंग करवाने से, पीले रंग से जुड़े दिशाओं के तत्वों को हानि जरूर होती है।
सफेद रंग दक्षिण-पूर्व दिशा के तत्वों के लिए बेहद घातक है,लिहाजा दक्षिण-पूर्व दिशा में सफेद या सिल्वर या ग्रे रंग करवाने से घर के मुखिया को परेशानियां लगी रहती है।
वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे कुछ उपायों की जिन्हें करने से घर में खुशहाली और सुख-समृद्धि आती है। साथ ही आपसी प्रेम बना रहता है। इसके लिये एक तो सोते समय अपना सिर हमेशा इस प्रकार रखें कि जब आप उठें तो आपका मुंह उत्तर-पूर्व दिशा की ओर हो
आग्नेय कोण यानी दक्षिण और पूर्व के मध्य का तत्व काष्ठ यानि लकड़ी है। इसका संबंध व्यापार और विकास से है।
हर किसी के पास पैसों को रखने के लिए अलग से तिजोरी नहीं होती या उनके लिए ऐसा कर पाना मुश्किल होता है तो ऐसे लोगों वास्तु शास्त्र में बता रहे हैं कि किस दिशा में आपके लिए पैसा रखना अच्छा रहेगा।
पूर्व दिशा में वायु तत्व का निवास माना गया है। वायु तत्व की ऊर्जा जीवन में ताजगी, आनंद और खुशियां लाने वाली होती है । इसलिए पूर्व दिशा में अगर किसी तरह का वास्तु दोष हो तो इसका असर घर के सदस्यों के स्वभाव पर पड़ता है।
अगर आपके घर या ऑफिस में किसी भी प्रकार का वास्तु दोष है तो उसे दूर करने को लिए आज ही 50 ग्राम फिटकरी का टुकड़ा लेकर उसे घर या ऑफिस के हर कमरे या कोने में रख दें। इससे विभिन्न वास्तु दोषों से होने वाली परेशानियों में कमी आयेगी।
वास्तु के अनुसार अगर घर के किसी भी हिस्से में नल टपकता है तो ये वास्तु के अनुसार अशुभ माना जाता है. घर का टपकता नल फिजूलखर्ची का सूचक है और खासकर कि घर की रसोई का नल टपकता है तो ये बिल्कुल भी अच्छा नहीं है।
सुबह 7 बजकर 38 मिनट से अमावस्या तिथि लग गई है। यह अमावस्या 2 दिनों की होगी लिहाजा आज श्राद्धादि की अमावस्या और कल के दिन स्नानदान की अमावस्या मनायी जायेगी | भाद्रपद में पड़ने वाली इस अमावस्या को कुशोत्पाटिनी या कुशाग्रहणी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है |
कई बार बहुत मेहनत करने पर भी पैसे नहीं टिकते, ऐसा किसी वास्तु के कारण भी हो सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार अपनाएं ये उपाय।
संपादक की पसंद