Wednesday, May 01, 2024
Advertisement

भारत के साथ तनाव के बीच चीन के विदेश मंत्री वांग यी का बयान, हम नहीं चाहते तनाव बढ़े

Wang Yi China Foreign Minister: भारत के साथ अगस्त के आखिरी हफ्ते में एक बार फिर हुए तनाव के बाद चीन की नई चाल सामने आई है।

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: September 01, 2020 8:57 IST
Wang Yi China Foreign Minister- India TV Hindi
Image Source : GLOBAL TIMES Wang Yi China Foreign Minister

भारत के साथ अगस्त के आखिरी हफ्ते में एक बार फिर हुए तनाव के बाद चीन की नई चाल सामने आई है। एक ओर जहां पीएलए भारतीय सीमा में घुसपैठ कर रही हैं, वहीं चीनी विदेश मंत्री वांग यी शांति की बात कर रहे हैं। चीनी विदेश मंत्री ने एक बयान में कहा है कि उनका देश नहीं चाहता है कि भारत के साथ सीमा पर तनाव और बढ़े। बता दें कि 28 और 29 अगस्त को चीनी सेना ने एक बार फिर भारतीय सीमा में प्रवेश की कोशिश की। लेकिन वहां तैनात भारतीय सेना ने मुहतोड़ जवाब देेते हुए चीनी सेना को वापस लौटने पर मजबूर कर दिया। 

सैटेलाइट तस्वीरों ने खोली चीन की एक और पोल, कैलास-मानसरोवर में मिसाइल बेस बना रहा ड्रैगन

यी के मुताबिक चीन और भारत के बीच सीमा का अभी तक सीमांकन नहीं किया गया है, इसलिए समस्याएं हैं। चीन मजबूती से अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करेगा, और भारतीय पक्ष के साथ बातचीत के माध्यम से सभी प्रकार के मुद्दों को सुलझाने के लिए तैयार है। चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने वांग यी के बयान को प्रकाशित करते हुए लिखा है चीन हमेशा से ही चीन-भारत सीमा पर स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध रहा है और स्थिति को जटिल या आगे न बढ़ाने देने का इच्छुक है।

पैंगॉन्ग लेक के पास झड़प पर आया चीन के विदेश मंत्रालय का बड़ा बयान, जानिए क्या बोला ड्रैगन

फ्रांस के दौरे के दौरान, वांग ने फ्रेंच इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस में एक भाषण दिया और चीन-भारत संबंधों के बारे में सवालों के जवाब दिए। वांग ने कहा कि चीन भारत के साथ बातचीत के माध्यम से सभी प्रकार के मुद्दों को हल करने के लिए तैयार है।

वांग ने कहा, "चीन अच्छी पड़ोसी और दोस्ती की नीति अपनाता है। हम अपने सभी पड़ोसियों के साथ दीर्घकालिक स्थिरता और मित्रता में रहने की उम्मीद करते हैं। यह देखते हुए कि चीन के पास दुनिया के किसी भी देश से ज्यादा पड़ोसी हैं और उनका लंबा इतिहास है।" एक्सचेंजों ने हमेशा एक या दूसरे प्रकार की समस्याओं का परिणाम दिया है।

वांग ने कहा दोस्ती और साझेदारी के निर्माण की भावना में दोस्ताना परामर्श के माध्यम से इतिहास से बचे मुद्दों को हल करने के लिए चीन अपने पड़ोसियों के साथ काम करने के लिए तैयार है।

चीन और भारत के बीच की सीमा का अभी तक सीमांकन नहीं किया गया है, इसलिए समस्याएँ हैं। उन्होंने कहा कि चीन अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करेगा और "हम भारतीय पक्ष के साथ बातचीत के माध्यम से सभी प्रकार के मुद्दों का प्रबंधन करने के लिए तैयार हैं।"

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement