नई दिल्ली: भारतीय मूल की प्रियंका योशिकावा को सोमवार को मिस वर्ल्ड जापान चुना गया। 22 वर्षीय प्रियंका के पिता भारतीय और मां जापानी हैं। प्रियंका टोक्यो में पैदा हुई थीं, लेकिन उन्होंने अपने बचपन के कुछ दिन पश्चिम बंगाल में भी बिताए हैं। वह हाथियों को ट्रेनिंग देने का काम करती हैं और उनका इस प्रतियोगिता में भाग लेने का मकसद लोगों की सोच बदलना था। अब 5 फीट 8 इंच की प्रियंक दिसंबर में होने जा रही मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में अपने देश जापान का प्रतिनिधित्व करेंगी।
सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका पश्चिम बंगाल के पहले मुख्यमंत्री प्रफुल्ल चंद्र घोष के खानदान से ताल्लुक रखती हैं। वह रिश्ते में प्रियंका के परदादा लगते हैं। बताया जा रहा है कि प्रफुल्ल घोष प्रियंका के दादा के चाचा थे। प्रियंका के पिता अरुण घोष लगभग 4 दशक पहले जापान जाकर बस गए थे, हालांकि वह कोलकाता आते-जाते रहते थे। प्रियंका अभी तक सिर्फ एक बार ही भारत आई हैं। 2003 से 2004 के बीच वह भारत में रही थीं। प्रियंका की मां का नाम नाओको है और वह टोक्यो में एक बंगाली टीचर थीं।
हालांकि प्रियंका को मिस जापान बनाए जाने का कुछ लोग विरोध भी कर रहे हैं। ऐसे लोगों का मानना है कि मूल रूप से जापानी को ही ऐसी उपाधियां दी जानी चाहिए। पिछले साल एरियाना मियामोतो ने मिस जापान का ताज जीता था और ऐसा करने वाली वह पहली अश्वेत महिला थीं। मियामोतो को भी इसी तरह का विरोध झेलना पड़ा था। हालांकि प्रियंका को जबर्दस्त समर्थन भी मिल रहा है। इस बहस पर प्रियंका का कहना था कि उन्हें गर्व है कि उनमें एक भारतीय है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह जापानी नहीं है।