पटना: बिहार के चर्चित नेता उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) में तनाव चल रहा है। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से बगावत करने वाले एक विधायक ने इंडिया टीवी को ऑफ द रिकॉर्ड बताया, "पत्नी और बेटे के बाद उपेंद्र कुशवाहा अब अपनी बहू साक्षी मिश्रा को पद दिलाने में जुट गए हैं।"
क्या है पूरा मामला?
उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से बगावत करने वाले विधायक का दावा है कि पत्नी और बेटे के बाद उपेंद्र कुशवाहा अब अपनी बहू साक्षी मिश्रा को पद दिलाने में जुट गए हैं। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली राज्य नागरिक परिषद में दो उपाध्यक्ष बनाए गए थे जिसमें से एक RLM पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव माधव आनंद थे।
माधव आनंद अब मधुबनी से विधायक बन गए हैं। ऐसी स्थिति में नागरिक परिषद के उपाध्यक्ष का पद खाली हो गया है। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के एक बागी विधायक का कहना है कि उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी बहू साक्षी मिश्रा के नाम का प्रस्ताव भेजा है।
उपेंद्र कुशवाहा के बेटे के मंत्री बनने से RLM के विधायक नाराज
गौरतलब है कि उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की जीत के बाद अपने बेटे दीपक प्रकाश का नाम मंत्री पद के लिए आगे बढ़ाया और उन्हें मंत्री बनाया। जबकि उपेंद्र के बेटे ने कोई चुनाव भी नहीं लड़ा था। उपेंद्र कुशवाहा के बेटे को मंत्री बनाए जाने को लेकर शनिवार को विधायक रामेश्वर महतो ने कहा था, 'हमने अपनी नाराजगी का इजहार कर दिया है और अब फैसला नेता को करना है। मेरे अलावा बाकी दोनों विधायकों से भी मेरी बात हुई थी, वह भी इस बात से नाराज है। हालांकि अपनी बातों को वह अब खुद ही बताएंगे।'
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा पर अब परिवारवाद के आरोप लग रहे हैं। पहले उन्होंने अपने बेटे को मंत्री बनाने का फैसला लिया और अब आरोप है कि वह अपनी बहू साक्षी मिश्रा को भी पद दिलवाना चाहते हैं। ऐसे में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के विधायक नाराज हैं और पार्टी के अंदर की कलह बाहर निकलकर सामने आ रही है।


