मुंबई: अमिताभ बच्चन और तापसी पन्नू के अभिनय से सजी फिल्म ‘पिंक’ हाल ही में सिनेमाघरों में रिलीज की गई है। फिल्म को दर्शकों और फिल्म समीक्षकों से काफी प्रशंसा हासिल हुई है। इसे लेकर फिल्मकार और सामाजिक कार्यकर्ता अशोक पंडित का कहना है कि अनिरुद्ध रॉय चौधरी के निर्देशन में बनी परंपरागत रूढ़ियों से जुड़ी महिलाओं को लेकर सवाल उठाने वाली फिल्म 'पिंक' को कर मुक्त करने की जरूरत है।
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अशोक जो कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के सदस्य भी हैं, उन्होंने सोमवार को ट्वीट किया, " 'पिंक' ने जो भारतीय महिलाओं के लिए किया, वह किसी और फिल्म ने नहीं किया है, और इस मूल वजह से इसे कर मुक्त किए जाने की आवश्यकता है।"
आगे उन्होंने कहा कि 'पिंक' एक फिल्म ही नहीं बल्कि एक आंदोलन है, जहां पुरुषों को अपनी सीमाओं का पता चलता है। प्रभावी ढंग से कोर्ट रूम ड्रामा को पेश करने वाली इस फिल्म को आज की महिलाओं को समझने और उनका आदर करने के संदर्भ में समीक्षकों और आम जनता द्वारा सराहा गया है।
फिल्म में अमिताभ बच्चन वकील की भूमिका में हैं। अब तक लड़कियों के कपड़ों और सोच पर सवाल उठाने वाले संकीर्ण मानसिकताव वालों और रूढ़िवादिता पर फिल्म के जरिए प्रहार किया गया है। फिल्म में अमिताभ बच्चन और तापसी पन्नू के अलावा कीर्ति कुल्हारी, एंड्रिया तारियांग, अंगद बेदी, पियूष मिश्रा और धृतिमान चटर्जी भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आए हैं।