सोशल मीडिया पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का एक वीडियो तेजी से शेयर हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि खरगे ने कहा, "राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे।” हालांकि फैक्ट चेक की जांच में वायरल दावा फर्जी पाया गया। हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट हुआ कि मल्लिकार्जुन खरगे का जो बयान वायरल हो रहा है, वह असल में एडिटेड है। इसमें उनके भाषण के दो अलग-अलग हिस्सों को जोड़कर भ्रामक तरीके से पेश किया गया है।
क्या हो रहा है वायरल?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर 9 सितंबर 2025 को एक यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "चील की जगह भैंस उडती है?" वहीं, एक अन्य यूजर ने 12 सितंबर 2025 को समान वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “नमूने कहो या पप्पू कहो बात एक ही हैं.......!!!! मनोरंजन करती रहती हैं चमची बेलची चमचे बेलचे जलेबी बाई या ओल्ड हो बजवाते ही रहते हैं क्यों गाली वाली बाई”

पड़ताल:
वायरल वीडियो के एक की-फ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च के जरिए खंगाला गया। पड़ताल में हमें यह पूरा वीडियो कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। डिस्क्रिप्शन के अनुसार, यह वीडियो 7 जुलाई 2025 को छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुई एक जनसभा का है। अपने भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी अधिवेशन के दौरान हुई जांच एजेंसियों की कार्रवाई का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस का अधिवेशन विफल करने की नीयत से आयकर विभाग और ईडी के छापे डलवाए।

खरगे ने कहा कि मुख्यमंत्री समेत कांग्रेस के सभी नेताओं को डराने-धमकाने की कोशिश की गई। अगर हमारे नेता कमजोर पड़ेंगे, तो छत्तीसगढ़ में पार्टी कमजोर होगी और यहां पार्टी कमजोर होगी, तो उसका असर सीधे दिल्ली तक पहुंचेगा। यही वह हिस्सा है जिसके ठीक बाद वायरल वीडियो वाला अंश आता है। खड़गे कहते हैं- “अगर पार्टी कमजोर होगी तो राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। यही उनकी मंशा थी।” दरअसल, यह बयान 1 घंटे 5 मिनट 35 सेकंड पर मौजूद है, जिसे गलत संदर्भ में काटकर सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ फैलाया गया।
इसके तुरंत बाद खड़गे नेशनल हेराल्ड मामले पर सवाल उठाते हैं- “इस मामले में क्या हुआ, क्या निकला, कितने पैसे मिले?” आगे बढ़ते हुए 1 घंटे 6 मिनट 45 सेकंड पर वह बीजेपी पर सीधा तंज कसते हैं - “कांग्रेस को हमेशा ये लोग बदनाम करते हैं। इनकी आदत है, अगर आकाश में चील उड़ती है तो कहते हैं कि भैंस उड़ रही है। यही इनकी आदत है और डराने का यही तरीका है।”
स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में खरगे के बयान को संदर्भ से काट-छांटकर पेश किया गया, जबकि असलियत में वह बीजेपी पर हमला बोल रहे थे और कांग्रेस को कमजोर करने की साजिश का आरोप लगा रहे थे।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
हमारी पड़ताल में सामने आया कि मल्लिकार्जुन खरगे का जो बयान वायरल हो रहा है, वह असल में एडिटेड है। इसमें उनके भाषण के दो अलग-अलग हिस्सों को जोड़कर भ्रामक तरीके से पेश किया गया है। फैक्ट चेक की जांच में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। लोगों को ऐसी किसी भी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।