अहमदाबाद: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हाल ही में हुई बेमौसम बारिश से किसानों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए सर्वे कराने के आदेश दिए हैं। सर्वे के बाद जो रिपोर्ट आएगी उससे प्रभावित किसानों को जल्दी से जल्दी आर्थिक मदद मिल सकेगी। बता दें कि राज्य कैबिनेट की बैठक में पिछले हफ्ते हुई बारिश से फसलों को हुए नुकसान पर चर्चा हुई। राज्य कृषि मंत्री और सरकारी प्रवक्ता जीतू वाघाणी ने गांधीनगर में बताया कि राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र से मिली शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, 23 से 28 अक्टूबर तक राज्य के 33 जिलों में 239 तहसीलों में भारी बारिश हुई।
'सर्वे को 7 दिनों में पूरा करने के निर्देश'
वाघाणी ने कहा, 'हमारे अनुमान के मुताबिक, इस बारिश से 10 लाख हेक्टेयर से ज्यादा खेत प्रभावित हुए हैं। प्रभावित किसानों को जल्दी से जल्दी आर्थिक मदद देने के लिए मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा राहत कोष (SDRF) के नियमों के अनुसार फसल नुकसान का सर्वे शुरू करने और इसे 7 दिनों में पूरा करने के निर्देश दिए हैं।' सूबे के कृषि मंत्री ने आगे बताया कि राज्य सरकार SDRF के नियमों से ऊपर अतिरिक्त मदद देने पर भी विचार कर सकती है। सर्वे में नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि किसानों को बिना देरी के आर्थिक सहायता दी जा सके।
कृषि विभाग ने जारी की 'एग्रो एडवाइजरी'
मंत्री ने कहा कि नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल करने के अलावा अधिकारी और कर्मचारी मौके पर भी जाकर हालात का जायजा लेंगे और बारिश से होने वाले नुकसान का आंकलन करेंगे। बता दें कि कृषि विभाग ने खेतों में अभी खड़ी फसलों की सुरक्षा के लिए एक विशेष ‘एग्रो एडवाइजरी’ जारी की है। गुजरात के कई जिलों में हुई बारिश के बाद मुख्यमंत्री पटेल ने सभी मंत्रियों को प्रभावित इलाकों का दौरा करने और स्थिति का जायजा लेने को कहा था। वाघाणी ने बताया कि सीएम भूपेंद्र पटेल राजधानी गांधीनगर से ही पूरी स्थिति पर रीयल टाइम नजर रख रहे हैं।



