Friday, May 17, 2024
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दिल्ली की नंबर प्लेट पर क्यों लिखा होता है ‘C’ ‘S’ और ‘R’?

राजधानी दिल्ली में अब दिन के हिसाब से तय होगा कि आप किस दिन गाड़ी चला सकते हैं और किस दिन नहीं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गाड़ियों की नंबर प्लेट पर ‘C’ ‘S’ और ‘R’ जैसे जो डिजिट दर्ज होते हैं उनका मतलब क्या होता है।

PRAVEEN DWIVEDI
Updated on: December 09, 2015 13:48 IST

CAR NO PLATE

CAR NO PLATE

दिल्ली के रजिस्ट्रेशन कोड को समझिए  

DL 11 C AA 1111

DL दो लेटर का कोड होता है और यह दिल्ली के लिए होता है। अतिरिक्त C गाड़ी की कैटेगरी को बताता है। अगर यह लेटर S है जो गाड़ी टू व्हीलर होगी।

C- कार और एसयूवी के लिए

P- सार्वजनिक परिवहन के लिए, जैसे के लिए बस

R- थ्री व्हीलर जैसे के रिक्शे आदि के लिए

S-  टू व्हीलर गाड़ियों के लिए

T-  टूरिस्ट लाइसेंस व्हिकल और टैक्सी

V- ट्रक और वैन के लिए

Y- किराए की कार (hire vehicles)

अन्य राज्यों में भी इस तरह के नियम का पालन किया जाता है। मसलन राजस्थान में RJ टू लेटर कोड है, जहां पर

P- पैसेंजर व्हिकल

C- कार

S- स्कूटर

G- गुड व्हिकल

गुजरात, दिल्ली और बिहार जैसे राज्यों में शुरुआती अक्षर जिला कोड होता है जैसे कि दिल्ली में DL 2 होगा न कि DL 02। गुजरात GJ 5 न कि GJ 05। बिहार BR 8 न कि BR 08।

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