Friday, April 26, 2024
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Draupadi Murmu Oath: जानिए शपथ ग्रहण में क्या बोलेंगी द्रौपदी मुर्मू? 25 जुलाई को ही क्यों ले रही हैं राष्ट्रपति पद की शपथ

Draupadi Murmu Oath: संसद के केन्द्रीय कक्ष में समारोह के समापन के बाद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति, ‘राष्ट्रपति भवन’ के लिए रवाना होते हैं, जहां उन्हें एक ‘इंटर-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया जाता है और निवर्तमान राष्ट्रपति का शिष्टाचार सम्मान किया जाता है।

Sudhanshu Gaur Written By: Sudhanshu Gaur
Updated on: July 25, 2022 10:15 IST
Draupadi Murmu Oath- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV Draupadi Murmu Oath

Highlights

  • संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में दिलाई जायेगी शपथ
  • शपथ ग्रहण में मौजूद रहेंगे कई गणमान्य हस्तियां
  • शपथ ग्रहण के बाद दी जाएगी 21 तोपों की सलामी

Draupadi Murmu Oath: देश के 15 वें राष्ट्रपति के रूप में आज द्रौपदी मुर्मू शपथ ग्रहण करेंगी। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एन.वी. रमण उन्हें शपथ ग्रहण कराएंगे। जिसके साथ ही वे आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली और शीर्ष पद पर काबिज होने वाली सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति बन जाएंगी। इसके साथ ही वह राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी महिला होंगी। और आदिवासी समाज से आने वाली पहली राष्ट्रपति होंगी। शपथ ग्रहण से पहले वे राजघाट स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर जाकर उन्हें नमन करेंगी। जिसके बाद वे संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में जाकर राष्ट्रपति के पद की शपथ ग्रहण करेंगी।  

क्या शपथ लेते हैं राष्ट्रपति ? 

“मैं (नाम) ईश्वर की शपथ लेता/लेती हूं कि मैं श्रद्धापूर्वक भारत के राष्ट्रपति के पद का कार्यपालन करूंगा/करूंगी तथा अपनी पूरी योग्यता से संविधान और विधि का परिरक्षण, संरक्षण और प्रतिरक्षण करूंगा/करूंगी, और मैं भारत की जनता की सेवा और कल्याण में निरत रहूंगा/रहूंगी.”

अंग्रेजी में ऐसे शपथ लेते हैं राष्ट्रपति 

“I, (NAME)., do swear in the name of God/solemnly affirm that I will faithfully execute the office of President (or discharge the functions of the President) of India and will to the best of my ability preserve, protect and defend the Constitution and the law and that I will devote myself to the service and well-being of the people of India.”

शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन होगा शमिल ?

देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के शपथ ग्रहण समारोह में देश के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सभी सदस्य, सभी राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री, विभिन्न राजनयिक मिशनों के प्रमुख, लोकसभा उअर राज्यसभा के सभी सांसद और सरकार के प्रमुख असैन्य एवं सैन्य अधिकारी समारोह में शामिल होते हैं। 

संसद के केन्द्रीय कक्ष में समारोह के समापन के बाद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति, ‘राष्ट्रपति भवन’ के लिए रवाना होते हैं, जहां उन्हें एक ‘इंटर-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया जाता है और निवर्तमान राष्ट्रपति का शिष्टाचार सम्मान किया जाता है।  

25 जुलाई को ही क्यों शपथ लेते हैं राष्ट्रपति ?

दरअसल, देश के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने जब 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ ली तो उसके बाद जिन भी राष्ट्रपतियों ने अपना कार्यकाल पूरा किया उन सभी ने इसी तारीख को राष्ट्रपति पद की शपथ ली। नीलम संजीव रेड्डी के बाद अब तक देश के कुल 8 राष्ट्रपतियों ने अपना कार्यकाल पूरा किया है। 24 जुलाई को रामनाथ कोविंद का भी कार्यकाल पूरा हो जाएगा, इसी वजह से 25 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू देश के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगी।

अब तक कितने राष्ट्रपतियों ने ली है 25 जुलाई को शपथ

देश में कुल ऐसे अब तक 9 राष्ट्रपति हुए हैं, जिन्होंने 25 जुलाई को अपने पद की शपथ ली है। इनमें सबसे पहला नाम देश के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी का आता है। उन्होंने 25 जुलाई 1977 को देश के राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। दरअसल, देश में जब इंदिरा गांधी की सरकार ने इमरजेंसी लगाई थी तो उसके बाद जब पहली बार राष्ट्रपति पद के लिए चुना हुआ तो पूर्व में जनता पार्टी के नेता रहे नीलम संजीव रेड्डी को जीत हासिल हुई थी।

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