शिवराज सिंह चौहान 2005 से 2018 तक और फिर 2020 से 2023 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। वह 2005 में बाबूलाल गौर की जगह लेने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री बने। वह मध्य प्रदेश के सबसे लंबे समय तक कार्य करने वाले मुख्यमंत्री थे। वह मध्य प्रदेश में बुधनी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने 2008, 2013 और 2018 में भी क्रमशः कांग्रेस उम्मीदवारों महेश सिंह राजपूत, डॉ महेंद्र सिंह चौहान और अरुण सुभाषचंद्र यादव को हराकर सीट जीती। 2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में चौहान ने कांग्रेस उम्मीदवार विक्रम मस्तल शर्मा को 1,04,974 वोटों के अंतर से हराकर बुधनी सीट फिर से जीती। भाजपा ने राज्य में फिर से निर्णायक जनादेश हासिल किया लेकिन चौहान की जगह डॉ. मोहन यादव को ले लिया गया। शिवराज चौहान ने 1991 (उपचुनाव), 1996, 1998, 1999 और 2004 में विदिशा लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल की। 1991 में भाजपा के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा अपनी लखनऊ सीट बरकरार रखने और विदिशा छोड़ने के बाद चौहान ने विदिशा से उपचुनाव जीता। वह 2019 से 2020 तक भाजपा के उपाध्यक्ष भी रहे। एक बार फिर शिवराज चौहान फिर से विदिशा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
इंडिया टीवी के मेगा कॉन्क्लेव चुनाव मंच पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- मोदी जी को हराना नामुमकिन है।
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